Mumbai. देश दुनिया को हिला देने वाले ने 26/11 मुंबई अटैक मामले में पाकिस्तान हमेशा से झूठ बोलता है। वह हमेशा इस साजिश में शामिल होने से इंकार करता रहा है लेकिन यह सर्वविदित है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान ही मास्टर माइंड था। समय-समय पर उसके कई झूठ दुनिया के सामने आए हैं। इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान ने 26/11 मुंबई अटैक के आरोपी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी साजिद मीर को अरेस्ट करने का दावा किया है। हमले के 13 साल से भी ज्यादा वक्त के बाद पाकिस्तान का ये ऐलान इसलिए भी शक के घेरे में है, क्योंकि पाकिस्तान ने ही पहले उसकी देश में मौजूदगी से इंकार किया था। साजिद मीर मुंबई हमले के दोषी डेविड कोलमैन हेडली का हैंडलर था। साजिद आतंकी संगठन लश्करे-ए-तैयबा से जुड़ा है। पहले उसे पाकिस्तान ने मृत घोषित कर दिया था। साजिद मीर जिस डेविड कोलमैन हेडली का हैंडलर था, उसने ही आतंकी सदस्यों को मुंबई हमले के लिए तैयार किया था। हेडली अभी अमेरिका की एक जेल में बंद है।
26 नवंबर, 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई में कई जगहों पर हमले किए थे। ताज होटल, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, ओबेरॉय होटल, लियोपार्ड कैफे और चबाड हाउस में हुए इन हमलों में 166 लोग मारे गए थे। हमला करने वाले 10 हमलावरों में से अजमल आमिर कसाब को जिंदा पकड़ा गया था, जबकि बाकी 9 आतंकी एंटी टेरर ऑपरेशन में मारे गए थे। कसाब को 11 नवंबर 2012 को पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई थी। खास बात यह भी है कि पाकिस्तान अभी भी कह रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मौलाना मसूद अजहर लापता है।
FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने की कोशिश
पाकिस्तान के ताजा ऐलान को लेकर यह कहा जा रहा है कि वह FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने के लिए ही पूरी कोशिश कर रहा है। FATF के अधिकारियों ने कहा था कि अगर पाकिस्तान यह दिखा सके कि वह आतंकवाद और मनी लॉन्ड्रिंग पर रोक लगाने में कामयाब रहा है, तो उसे ग्रे लिस्ट से बाहर निकाला जा सकता है।
अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर का इनाम रखा
आतंकी साजिद मीर लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता था। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने जानकारी दी है कि मीर 2001 से एक्टिव था। उसने लश्कर से मिलकर कई आतंकवादी हमलों की योजना बनाई थी। अमेरिका ने उस पर 5 मिलियन का इनाम घोषित रखा है।