2जी घोटाला: मनमोहन सरकार को बदनाम करने की रची थी साजिश, निजी लाभ हेतु- कांग्रेस

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2जी घोटाला: मनमोहन सरकार को बदनाम करने की रची थी साजिश, निजी लाभ हेतु- कांग्रेस

पूर्व नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) विनोद राय ने कांग्रेस नेता संजय निरुपम से माफी मांगी है। उन्होंने बेशर्त माफी मांगते हुए लिखा है कि मीडिया से बातचीत में तत्कालीन 2G घोटाले के आरोपों से मनमोहन सिंह का नाम हटवाने के लिए दबाव बनानेवाला बयान उन्होंने गलती से दे दिया था। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले (2G spectrum allocation case) को लेकर किए गए एक दावे पर पूर्व सांसद संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) से पूर्व नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक विनोद राय (Vinod Rai) के माफी मांगने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि ‘मनमोहन सरकार (Manmohan Singh) को बदनाम करने और एक मजबूत अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारने के षड्यंत्र’ में राय एक ‘मुख्य कठपुतली’ थे और उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने यह भी कहा कि ‘‘इस साजिश की अन्य कठपुतलियों’’ अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, बाबा रामदेव, वीके सिंह और कुछ अन्य लोगों को भी क्षमा मांगनी चाहिए।

विनोद राय को देश से माफी मांगनी चाहिए- संजय निरुपम

— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) October 28, 2021

पूर्व सीएजी ने कहा है कि निरुपम के खिलाफ उनके द्वारा दिए गए बयान तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। राय ने अदालत में दायर अपने हलफनामे में कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि मेरे बयान से संजय निरुपम, उनके परिवार और उनके शुभङ्क्षचतकों को ठेस पहुंची है और मैं इसके लिए बिना शर्त माफी मांगना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि संजय निरुपम मेरी बिना शर्त माफी पर विचार करेंगे और स्वीकार करेंगे और इस मुद्दे को बंद कर देंगे।’’ निरुपम ने बाद में कहा कि राय को 2जी स्पेक्ट्रम और कोयला ब्लॉक आवंटन पर कैग की रपटों को लेकर देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों ‘‘फर्जी’’ थीं। उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘विनोद राय को इन फर्जी खबरों के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।’’ उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि उनके रुख को सही ठहराया गया और पूर्व सीएजी ने उनके खिलाफ किए गए अपने गलत दावों के लिए माफी मांगी। 

फांसी की सजा होनी चाहिए: पप्पू यादव

जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा है कि विनोद राय को फांसी होनी चाहिए। पप्पू यादव ने ट्वीट किया, 'पूर्व CAG विनोद राय को माफी नहीं फांसी की सजा होनी चाहिए। 2G, कोयला घोटाला में 1-2 लाख करोड़ के फर्जी घोटाले का दुष्प्रचार कर न सिर्फ बेईमान मोदी सरकार देश पर थोप दिया, बल्कि, टेलीकॉम सेक्टर, बिजली सेक्टर को तबाह कर दिया।' 

क्या है मामला-

विनोद राय भारत के 11वें नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक थे, जो जनवरी 2008 से मई 2013 तक सीएजी रहे। देश के CAG के रूप में सरकारी महकमों के वित्तीय लेखा जोखा का रिपोर्ट बनाना उनका काम था। लेकिन उनका कार्यकाल सनसनीखेज रिपोर्ट्स के लिए जाना जाता है।  उन्होंने त्तकालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार को लाखों करोड़ों रुपए के घोटालों का आरोपी बना दिया। हालांकि उसके पांच साल बाद ही कोर्ट ने विनोद राय के घोटाले के आरोपों को खारिज करते हुए केस खत्म कर दिया। विनोद राय के आरोपों से सियासत को खूब खाद पानी मिला। कांग्रेस जहां चुनावों में बिखर गयी और उसे सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ा वहीं,  बीजेपी ने सत्ता हासिल करने का दूसरा सबसे दमदार प्रयास सफल बना लिया। 2014 के चुनावों में बीजेपी ने इन्हीं रिपोर्ट्स को बेस बनाकर चुनाव लड़ा और इससे कमाए पैसों को काला धन बताया था। हालांकि, सात साल बाद भी न तो काला धन वापस आया और न ही स्पेक्ट्रम आवंटन में अनिमितता साबित हो पायी। 

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