3 जनवरी की शाम को आसमान में अद्भुत खगोलीय नजारा देखने को मिलेगा। पश्चिमी आसमान में सूर्यास्त के बाद दरांती के आकार का चंद्रमा और चमकता हुआ शुक्र ग्रह का जोड़ा दिखाई देगा। इस नजारे को बिना दूरबीन के भी देखा जा सकेगा। खगोलशास्त्री सारिका घारू के अनुसार शुक्र और चंद्रमा 2 डिग्री से भी कम की दूरी पर एक दूसरे के करीब होंगे, जिसे खगोल विज्ञान में 'एपल्स' कहा जाता है। यह खगोलीय घटना नए साल के सप्ताह की शाम को सीमित समय के लिए दिखाई देगी।
चंद्रमा और शुक्र की नजदीकी
3 जनवरी की शाम को चंद्रमा और शुक्र ग्रह एक-दूसरे के बेहद करीब नजर आएंगे। सारिका घारू के अनुसार, इन दोनों खगोलीय पिंडों के बीच का अंतर केवल 2 डिग्री से भी कम होगा। इस जोड़ी को खुले आसमान में बिना किसी खास उपकरण के भी देखा जा सकेगा, जो खगोलशास्त्र प्रेमियों के लिए एक शानदार अवसर होगा।
सूर्यास्त के बाद का समय
यह खगोलीय घटना सूर्यास्त के बाद लगभग 3 घंटे तक देखी जा सकेगी। आकाश में चतुर्थी के हंसियाकार चंद्रमा और चमकते हुए शुक्र ग्रह को देखना एक दुर्लभ और मनोहर अनुभव होगा। इस जोड़ी की चमक में भी अंतर होगा, जहां चंद्रमा का मैग्नीट्यूड माइनस 10.7 और शुक्र का माइनस 4.4 होगा।
सीमित समय के लिए दिखेगा
यह घटना केवल कुछ घंटे के लिए ही दिखाई देगी, इसलिए खगोलशास्त्र प्रेमियों को इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए समय का ध्यान रखना होगा। शाम 6 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक, इस आकाशीय जोड़ी का आनंद लिया जा सकेगा, और फिर यह धीरे-धीरे क्षितिज की ओर घटित हो जाएगी।
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