South Delhi. दिल्ली जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने अपने उन 15 छात्रों पर सख्त कार्रवाई की है जो बीते साल विश्वविद्यालय में हुई हिंसा में दोषी पाए गए थे। बीते साल सितंबर के महीने में दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद हिंसा हुई थी, जिसमें एक छात्र को गोली भी लगी थी। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक प्रबंधन ने 15 छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की है जिसमें से 3 छात्रों को निष्कासित किया गया है। बाकी के दोषी छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया है साथ ही अच्छा व्यवहार करने की शर्त का बॉन्ड भरवाया गया है। केवल 3 छात्रों को महज परीक्षा देने की राहत प्रदान की गई है। हालांकि उन पर 5 साल तक कैंपस में न घुसने देने का सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।
जामिया यूनिवर्सिटी के कुलसचिव नजीम हुसैन अल जाफरी ने कहा है कि यह सख्त कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि प्रबंधन यह क्लियर मैसेजदेना चाहता है कि इस तरह की गतिविधियां कैंपस में बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। जिन छात्रों को निष्कासित किया गया है उनके नाम मुजबीर रहमान, सलमान खुर्शीद और मोहम्मद फैजल हैं। इन पर विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने और छात्रों को हिंसा के लिए उकसाने के आरोप सिद्ध पाए गए थे।
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इससे पहले 24 अप्रैल को यूनिवर्सिटी के कुलसचिव ने नोटिस जारी कर यह बताया था कि तीनों छात्रा अनुशासन कमेटी के सामने इस केस में अपने बचाव के लिए हाजिर ही नहीं हुए। नोटिस में यह भी कहा गया था कि निलंबन अवधि में कैंपस बैन के दौरान उनकी गतिविधियों पर नजर रखी गई थी। दो छात्रों ने प्रबंधन से कोई संपर्क नहीं किया जबकि एक छात्र ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था।
बता दें कि बीते साल सितंबर में हुई दो गुटों की झड़प के दौरान एक छात्र को गोली मार दी गई थी। घटना के अगले ही दिन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कई छात्रों को शांतिभंग के आरोप में सस्पेंड कर दिया था। मामले में अनुशासन समिति ने जांच की थी। प्रबंधन ने इस हिंसा को काफी गंभीरता से लिया था।