Mumbai. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे(Former Chief Minister Uddhav Thackeray) को सियासी मोर्चे पर एक और बड़ा झटका लगा है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे(Shiv Sena rebel leader Eknath Shinde) लगातार उन्हें मात देकर उन पर भारी पड़ रहे है। शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद अब अन्य स्तरों पर भी बगावत तेज होने लगी है। वास्तव में यह पूरी कवायद संगठन पर कब्जा करने की है. इसी के तहत अब ठाणे नगर निगम में शिवसेना के 67 पार्षदों में से 66 ने एकनाथ शिंदे कैंप जॉइन कर लिया है जोकि ठाकरे के लिए बड़ा झटका है। जानकारी के अनुसार बागी पार्षदों ने एकनाथ शिंदे से उनके आवास पर मुलाकात की। महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई नगर निगम(Brihanmumbai Municipal Corporation) के बाद ठाणे नगर निगम(Thane Municipal Corporation) दूसरा सबसे अहम नगर निगम है।
12 सांसद भी शिंदे गुट में होंगे शामिल
दावा ये भी किया जा रहा है कि शिवसेना के 18 में से 12 सांसद जल्द ही शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। शिंदे गुट ने 12 से 14 सांसदों के संपर्क में होने का दावा किया है। इधर, उद्धव ठाकरे को भी इस बात का डर है कि राष्ट्रपति चुनाव से पहले उनके सांसद भी टूट सकते हैं। इसे देखते हुए पार्टी ने लोकसभा में अपने मुख्य सचेतक को बदल दिया। पहले वाशिम से सांसद भावना गवली चीफ व्हिप थीं। अब उनकी जगह सांसद राजन विचारे को चीफ व्हिप बनाया गया है।भावना गवली को एकनाथ शिंदे का करीबी माना जाता है। उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि बीजेपी उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती है। उद्धव ने बीजेपी को मध्यावधि चुनाव कराने की चुनौती भी दी है।
कांग्रेस ने विधायकों को नोटिस भेजा
दूसरी ओर महाराष्ट्र कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट में शामिल न होने वाले 11 विधायकों को नोटिस भेजा है। नोटिस में कांग्रेस ने पूछा कि आप फ्लोर टेस्ट में शामिल क्यों नहीं हुए थे। फ्लोर टेस्ट में जिन कांग्रेस विधायकों ने वोट नहीं दिया, उनमें अशोक चव्हाण, प्रणति शिंदे, जितेश अंतापुरकर, विजय वडेट्टीवार, जीशान सिद्दीकी, धीरज देशमुख, कुणाल पाटिल, राजू अवले, मोहन हम्बर्दे,शिरीष चौधरी के नाम शामिल हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में 2 जुलाई को भाजपा ने एकनाथ शिंदे गुट के समर्थन से राहुल नार्वेकर को स्पीकर बनाया। इसके बाद 4 जुलाई को फ्लोर टेस्ट के वक्त जैसी उम्मीद थी, वैसा ही हुआ। शिंदे सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। सरकार को 164 विधायकों का समर्थन मिला। विपक्ष में 99 वोट पड़े। वोटिंग के वक्त 266 विधायक सदन में मौजूद थे। इनमें से तीन विधायकों ने वोट नहीं डाला। 21 विधायक सदन से गैरहाजिर रहे।
शिंदे सरकार का कैबिनेट विस्तार जल्द
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे जल्द अपना कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं। इसको लेकर मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चा शुरू हो गई है। कैबिनेट में करीब 45 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें 25 भाजपा कोटे से, 13 शिंदे कोटे से और 7 निर्दलीय विधायकों को शामिल किया जा सकता है।