दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फर्जी बोर्डिंग पास पर यात्रा कर रहे 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उस एजेंट को भी गिरफ्तार कर लिया है जिसने इनके फर्जी बोर्डिंग पास बनाए थे. मास्टरमाइंड एजेंट पेशे से ऑटोमोबाइल इंजीनियर है। ये सभी लोग दिल्ली से लंदन जाने वाले थे।
ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे: एयर इंडिया के कर्मचारियों ने जब प्लेन के बोर्डिंग गेट पर इनके यात्रा से जुड़े दस्तावेज चेक किए तो इनके बोर्डिंग पास फर्जी पाए गए। इनके नाम एयर इंडिया की फ्लाइट में यात्रा करने वाले फाइनल लिस्ट में नहीं थे। इसके बाद इन लोगों को इमिग्रेशन को सौंपा गया और फिर दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया।
ये था आरोपियों का प्लान: आरोपियों ने खुलासा किया कि आरोपी मास्टरमाइंड पंकज और उसके सहयोगी रंजीत और कृष्णा ने उन्हें यूके में बसाने का आश्वासन दिया था और उन्हें बोडिंग पास, आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट और ओके टु बोर्ड शिप ज्वाइनिंग लेटर मुहैया करवाया था। उन्होने सभी से 12-12 लाख रुपये लिए थे।जांच में पता चला कि सभी यात्री कंटीन्यूअस डिस्चार्ज सर्टिफिकेट (सीडीसी) लेकर जा रहे थे और लंदन पहुंचने के बाद उसको नष्ट कर यूके सरकार से शरण मांगना था।
मास्टरमाइंड समेत 8 लोग गिरफ्तार: उत्तर प्रदेश के भदोही में पुलिस ने मास्टरमाइंड पंकज का पता लगाने में कामयाबी हासिल की और उसे गिरफ्तार कर लिया है।एजेंटों को पता था की अगर यात्री बोर्डिंग पास लेने के लिए काउंटर पर जाएंगे तो पकड़े जाएंगे, इसलिए उन्होंने फर्जी बोर्डिंग पास उपलब्ध कराए थे।आरोपियों की पहचान अरमानदीप सिंह, अमृतपाल सिंह, जगदीप सिंह, गुरविंदर सिंह, राहुल जांगड़ा, दीपक, मनबीर है। इन लोगों को फर्जी डॉक्यूमेंट पंकज, रंजीत और कृष्णा नाम के एजेंटों ने बनाकर दिए थे।