NEW DELHI. देश के 9 राज्यों में अब तक मानसून ने एंट्री नहीं ली है। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, लद्दाख और पंजाब में मानसून अब तक नहीं पहुंचा है। उत्तराखंड, गुजरात, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में मानसून जल्द ही एंट्री लेगा। 30 जून तक पूरे देश में मानसून के एक्टिव होने की संभावना है। हालांकि जम्मू-कश्मीर में मानसून के बिना ही दोगुनी बारिश हुई है। अब तक सारे राज्यों में मानसून की एंट्री हो जाती थी लेकिन इस बार मानसून लेट हो गया।
केरल में 60 प्रतिशत कम बारिश
मानसून जिन राज्यों में वक्त से पहले पहुंच गया वहां कई जगहों पर काफी कम बारिश हुई है। वहीं जहां मानसून नहीं पहुंचा है वहां सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। केरल में औसत से 60 प्रतिशत कम बारिश हुई है। जम्मू-कश्मीर में मानसून नहीं पहुंचा लेकिन इसके बावजूद वहां 119 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश में कम बारिश
राजस्थान के पश्चिमी जिलों में 23 जून तक औसतन 26.1 मिमी बारिश होती है लेकिन अब तक वहां 46 मिमी बारिश हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में मानसून की एंट्री के बाद भी 85 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वहीं मध्यप्रदेश के 90 प्रतिशत इलाके को मानसून कवर कर चुका है।
30 जून तक सभी राज्यों में एक्टिव होगा मानसून
देश में 1 से 23 जून तक औसतन 113 मिमी बारिश होती है। अब तक 112 मिमी बारिश हो चुकी है। देश में 23 जून तक बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। मानसून की रफ्तार को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि 30 जून तक सभी राज्यों में एंट्री कर लेगा।
तेजी से बढ़ रहा बाधों का जलस्तर
मानसून की धीमी रफ्तार के बाद भी बांधों भारी बारिश से बांधों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। देश के मुख्य 143 बांधों का जलस्तर 25 प्रतिशत से ज्यादा हो चुका है। दक्षिण भारत के सभी बांधों में सामान्य से 60 प्रतिशत तक ज्यादा पानी भर गया है। अगर ऐसा ही जारी रहा तो देश में बांधों के जलस्तर के दशकों पुराने रिकॉर्ड टूट सकते हैं।