DELHI. कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ। इस चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबला था। 22 साल बाद हो रहे चुनाव के नतीजे 19 अक्तूबर को आएंगे। 9,000 से अधिक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रतिनिधियों ने गुप्त मतदान में पार्टी प्रमुख को चुनने के लिए मतदान किया। पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार चुनावी मुकाबले में एआईसीसी मुख्यालय और देश भर के 68 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष के लिए हुए मतदान पर कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष (CEA) मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि करीब 9900 प्रतिनिधियों में से 9500 प्रतिनिधियों ने मतदान किया है। इस तरह करीब 96% मतदान रहा।
67 बूथ बनाए गए
कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी (CEA) ने बताया कि चुनाव में 36 पोलिंग स्टेशन, 67 बूथ बनाए गए। सबसे ज्यादा 6 बूथ UP में बनाए गए। हर 200 डेलिगेट्स के लिए एक बूथ बनाया गया। एक बूथ पर 200 वोट डाले गए। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल राहुल गांधी समेत 47 डेलिगेट्स ने कर्नाटक के बेल्लारी में वोट डाला। यहां यात्रा के कैंप पर अलग से बूथ बनाया गया।
आखिरी बार 1998 में वोटिंग से हुआ था चुनाव
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार साल 1998 में वोटिंग हुई थी। तब सोनिया गांधी के सामने जितेंद्र प्रसाद थे। सोनिया गांधी को करीब 7,448 वोट मिले, लेकिन जितेंद्र प्रसाद 94 वोटों पर ही सिमट गए। सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने पर गांधी परिवार को कभी कोई चुनौती नहीं मिली।
थरूर के सामने खरगे का पलड़ा भारी
कांग्रेस हाईकमान का पसंदीदा नेता होने के नाते अध्यक्ष पद के लिए खरगे का पलड़ा भारी माना जा रहा है। साथ ही पार्टी वरिष्ठ नेताओं का भी उन्हें समर्थन हासिल है। वहीं दूसरी ओर थरूर खुद को पार्टी में बदलाव का उम्मीदवार बताकर समर्थन जुटाते रहे हैं। मतदान सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। मतदान के बाद सीलबंद बक्सों को राज्यों से दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय लाया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी ने भी मतदान किया। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के शिविर में बने बूथ में अपना वोट डाला। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान करने के बाद सोनिया गांधी ने पत्रकारों से कहा, मुझे इस दिन का लंबे समय से इंतजार था। 24 साल में यह पहला मौका है, जब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नेहरू-गांधी परिवार का कोई सदस्य मैदान में नहीं है