NEW DELHI. सूर्य के अध्ययन के लिए भेजे गए भारत के पहले अंतरिक्ष मिशन यान आदित्य एल1 अपने अंतिम चरण में है और बहुत जल्द ये अपने लक्षित पॉइंट तक पहुंच जाएगा। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आदित्य सही रास्ते पर है और मुझे लगता है कि ये अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हमें उम्मीद है कि 7 जनवरी को आदित्य एल 1 अपना अंतिम मैनुवर पूरा कर एल 1 पॉइंट में दाखिल हो जाएगा।
क्या है आदित्य एल1 का काम
गौरतलब है कि आदित्य एल1 को बीते 2 सितंबर 2023 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था। आदित्य एल1 स्पेस यान करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर 125 दिनों में सूर्य के नजदीक स्थित लैग्रेजियन पॉइंट तक पहुंचेगा और उसके बाद आदित्य एल1 लैग्रेजियन पॉइंट से सूर्य की तस्वीरें लेकर पृथ्वी पर भेजेगा। आदित्य एल1 की मदद से इसरो सूर्य के किनारों पर होने वाली हीटिंग का अध्ययन करेंगे और सूरज के किनारों पर उठने वाले तूफानों की गति और उसके तापमान के पैटर्न को समझने की कोशिश की जाएगी।