Bhopal. दुनियाभर में लोकप्रिय और पर्सनल फाइनेंस की बेस्टसेलर बुक रिच डैड, पुअर डैड (Rich Dad poor Dad) के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) ने ग्लोबल इकोनॉमी के हालात को लेकर लोगों को चेताया है। उन्होंने आगाह करते हुए बताया है कि वैश्विक वित्तीय संकट और गहराने से पहले लोगों को क्या करना चाहिए।
कियोसाकी ने दुनियाभर के लोगों को आगाह करने के लिए ट्विटर (twitter) का सहारा लिया है, आगे आने वाले समय में वित्तीय संकट से कैसे निपटें? इस बारे में उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने वित्तीय संकट का सामना करने के लिए लोगों को फूड, बिटकॉइन और सोना-चांदी जैसी कीमती धातुओं को बचाकर रखने की सलाह दी है।
दुनियाभर में आर्थिक आपदा के आसार
स्विट्जरलैंड के दावोस में हुए विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) के मुद्दों का हवाला देते हुए Kiyosaki ने लिखा है कि IMF ने चेतावनी दी है कि सेकंड वर्ल्ड वॉर के बाद अब दुनिया को सबसे बड़ी और गहरी वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। आने वाले सालों में वैश्विक आपदा जैसी स्थिति हो सकती है। ईश्वर (God) हम सभी पर दया करें। उन्होंने सलाह दी है कि लोगों को सोना, चांदी, बिटक्वाइन, खाद्य सामग्री ( फूड), बंदूकें और गोलियां बचाकर रखनी चाहिए।
हताशा में कड़े फैसले फैसले ले सकता हैं दुनिया भर के नेता
Robert Kiyosaki का कहना है कि गहराते आर्थिक संकट से निपटने के लिए दुनियाभर के नेता हताशा और निराशा में कड़े फैसले ले सकते हैं. जिससे विश्व में युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। इस स्थिति का सामना करने के लिए लोगों को अभी से खाने-पीने की वस्तुएं, गोला-बारूद, बिटकॉइन और कीमती धातुओं की बचत करना शुरू कर देना चाहिए। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब कियोसाकी ने बिटकॉइन (Bitcoin) का समर्थन किया है। इससे पहले भी उन्होंने ट्वीट के माध्यम से बिटकॉइन के फायदे गिनाए थे। हाल ही में उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि बिटकॉइन फ्यूचर मनी है।
Rich Dad Poor Dad की अब तक 4 करोड़ कापियां बिक चुकी हैं
उल्लेखनीय है कि रॉबर्ट कियोसाकी अपनी बेस्टसेलिंग बुक Rich Dad Poor Dad की वजह से दुनियाभर में लोकप्रिय हैं। वर्ष 1997 में लिखी गई ये किताब आज भी बड़ी संख्या में बिकती है। पर्सनल फाइनेंस पर केंद्रित ये किताब 100 से ज्यादा देशों में 50 से अधिक भाषाओं में पब्लिश हो चुकी है। आमतौर पर कहा जाता है कि यदि कोई शख्स अमीर बनना चाहता है तो उसे यह किताब एक बार जरूर पढ़नी चाहिए। दुनियाभर में इस किताब की अब तक 4 करोड़ से ज्यादा प्रतियां बिक चुकी हैं।