NEW DELHI. एक ओर विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दल गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा, वहीं लोकसभा में एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ खंभ ठोकने का दम भरने वाली उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच की दरार खुलकर सामने आने लगी है। अब साफ हो गया है कि विपक्षी ‘INDIA’ गठबंधन में अंदरूनी कलह बढ़ने लगी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जातीय गणना की मांग और 'एक्स-रे' वाली टिप्पणी पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली सरकारों (यूपीए सरकार) ने अपनी दोषपूर्ण नीतियों की वजह से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अखिलेश यादव की इस टिप्पणी के बाद विपक्षी मोर्चे में शामिल दोनों पार्टियों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं।
राहुल गांधी की मांग पर अखिलेश ने कसा तंज़
राहुल गांधी की 'एक्स-रे' वाली टिप्पणी पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली सरकारों ने कुछ नहीं किया। सपा नेता ने मध्य प्रदेश के सतना में एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कांग्रेस पर निशाना साधा है।
क्या कहा था राहुल ने, अखिलेश को बुरा क्यों लगा
मालूम हो, राहुल गांधी ने सोमवार को एक रैली में कहा था कि जातीय गणना एक 'एक्स-रे' की तरह होगी, जो विभिन्न समुदायों का पूरा विवरण देगी। राहुल के इस बयान पर अखिलेश ने कहा है कि कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब उसने 'एक्स-रे' नहीं करवाया। सपा प्रमुख ने कहा, कांग्रेस की जातीय गणना की मांग 'चमत्कार' है।
कांग्रेस की मांग चमत्कार...
राहुल और कांग्रेस पर वार करते हुए अखिलेश ने कहा, जब कांग्रेस सत्ता में थी तो यह समस्या उसी समय हल हो सकती थी। अगर 'एक्स-रे' उसी समय हो गया होता तो परेशानी नहीं बढ़ती। उन्होंने कहा कि अब तो एमआरआई और सीटी स्कैन की ज़रूरत है, क्योंकि बीमारी बढ़ चुकी है। सपा नेता यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की जातीय गणना की मांग करना सबसे बड़ा 'चमत्कार' है, क्योंकि यह वही पार्टी है, जिसने आज़ादी के बाद जातीय गणना नहीं करवाई।
आलोचना : कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक ही उनके साथ नहीं...
अखिलेश यादव ने जातीय गणना नहीं करवाने के लिए कांग्रेस की आलोचना भी की। उन्होंने कहा, जब नेताजी (मुलायम सिंह यादव), शरद यादव, लालू प्रसाद यादव और दक्षिण भारत की पार्टियों ने लोकसभा में जातीय जनगणना की मांग उठाई थी, तब कांग्रेस ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस जातीय गणना इसलिए कराना चाहती है, क्योंकि कांग्रेस को पता है कि उनका पारंपरिक वोट बैंक उनके साथ नहीं है और पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासियों को भी पता है कि आजादी के बाद कांग्रेस ने उन्हें धोखा दिया था।
तल्खभरे बोल : ऐसे तो लोकसभा में उठाना पड़ जाएगा नुकसान
- पिछले कुछ समय से कांग्रेस और सपा के बीच दरार खुलकर सामने आने लगी है।
- अखिलेश यादव ने 17 नवंबर को होने जा रहे मध्य प्रदेश चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर उनके संबंधों में खटास आने के बीच दावा किया कि कांग्रेस उनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहती।
- पिछले हफ्ते अखिलेश ने कहा था कि कांग्रेस ने मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं किया और जातिगत गणना का विरोध किया था।
- सपा नेता ने मध्य प्रदेश में एक चुनावी रैली में कहा था कि राज्य में सत्ता में रहते हुए न कांग्रेस ने, न बीजेपी ने गरीबों और किसानों के लिए कुछ भी किया।
- दोनों पार्टियों के बीच जारी तनाव के बीच पिछले महीने अखिलेश यादव ने कहा था कि सपा अब भी INDIA गठबंधन का हिस्सा है।