मुंबई. ड्रग्स केस (Drugs Case) में आखिरकार 28 अक्टूबर को शाहरुख खान के बेटे आर्यन को जमानत (Bail) मिल गई। आर्यन को 29 अक्टूबर को जेल से रिहाई मिलने थी लेकिन रिलीज ऑर्डर समय पर नहीं पहुंचने के कारण आज की रात भी उन्हें जेल में ही काटनी होगी। दरअसल सेशन कोर्ट से जमानत के कागजात लेकर वकील सतीश मानशिंदे खुद आर्थर रोड जेल के लिए रवाना हुए थे, लेकिन उन्हें पहुंचने में देरी हो गई। इस कारण रिलीज ऑर्डर की कॉपी जेल नहीं पहुंची। ऐसे में कल सुबह 11 बजे के बाद ही आर्यन की रिहाई संभव है। इस पूरे केस में आर्यन के अलावा 13 किरदार (आरोपी, वकील, गवाह नेता, अफसर, अफसर की पत्नी) हैं। हम इन सबके बारे में आपको बता रहे हैं, पढ़ें...
1. समीर वानखेड़े
इस केस के सबसे अहम किरदार। देश के सबसे चर्चित IRS अफसर। 42 साल के वानखेड़े 2008 बैच के अफसर हैं। अक्सर आसमानी या हल्के रंग वाली शर्ट में नजर आने वाले वानखेड़े और उनकी टीम ने मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज पर छापा मारकर आर्यन समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था। इनकी जांच और तथ्यों पर आधारित दलीलों की वजह से ही आर्यन खान की जमानत कई बार खारिज हुई। अब वानखेड़े उनकी निजी जिंदगी और कुछ दस्तावेजों (Documents) की वजह से चर्चा में हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच के साथ-साथ महाराष्ट्र पुलिस भी पड़ताल कर रही है। इसी के चलते उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट से राहत के लिए गुहार भी लगानी पड़ी।उन्हें नशे और ड्रग्स से जुड़े मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है।
2. नवाब मलिक
मलिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सीनियर लीडर और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं। मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले से उनका कोई सीधा ताल्लुक नहीं था। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड और ड्रग्स कनेक्शन के मामले में एक आरोपी ने उनके दामाद समीर खान का नाम लिया था। इसी आधार पर NCP ने समीर को जनवरी 2021 गिरफ्तार कर लिया था। 8 महीने बाद जमानत हो पाई। आर्यन के अरेस्ट के बाद से ही नवाब मलिक NCB पर हमलावर रहे। उन्हें क्रूज पर की गई छापेमारी को फर्जी बताया। इसके बाद समीर वानखेड़े की तरफ से भी सफाई दी गई। मामला यही नहीं थमा। मलिक ने इसके बाद वानखेड़े पर धावा बोला। उन्होंने एक बाद एक उनकी नौकरी से लेकर निजी जिंदगी तक के बारे में कई गंभीर आरोप लगाए हैं और कुछ खुलासे भी किए, जिनमें से कुछ में तो वानखेड़े घिर गए। वानखेड़े के खिलाफ जांच भी हो रही है।
3. क्रांति वानखेड़े
समीर वानखेड़े जब आरोपों से घिर गए तो उनकी पत्नी क्रांति वानखेड़े ने सामने आकर उनका बचाव किया। साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को एक चिट्ठी लिखकर पति के लिए मदद मांगी। क्रांति मराठी एक्ट्रेस, सिंगर और फिल्ममेकर हैं। उनका जन्म 17 अगस्त 1982 को मुंबई में ही हुआ था। क्रांति ने फिल्मी करियर की शुरुआत मराठी फिल्म सुन असावी अशी से की थी। इसके बाद वह फिल्म गंगाजल में अगवा लड़की (अपूर्वा कुमारी) के किरदार में नजर आई थीं। वे कई मराठी और हिंदी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। वे समीर वानखेड़े की दूसरी पत्नी हैं।
4. अरबाज मर्चेंट
लग्जरी क्रूज पर गिरफ्तार किए लोगों में आर्यन के साथ अरबाज मर्चेंट भी थे। वे आर्यन और सुहाना खान के दोस्त बताए जाते हैं। बॉलीवुड के कई स्टारकिड्स के साथ उनकी दोस्ती है। सोशल मीडिया पर अरबाज की काफी फैन फॉलोइंग है। उनके फॉलोअर्स में आर्यन और सुहाना के अलावा आलिया फर्नीचरवाला, अनन्या पांडे, अहान पांडे, शनाया कपूर जैसे नाम शामिल हैं। पूजा बेदी की बेटी आलिया फर्नीचरवाला और अरबाज को कई बार साथ में देखा जाता है। अरबाज के पिता असलम मर्चेंट एक वकील और नामी कारोबारी हैं।
5. मुनमुन धमेचा
39 साल की मुनमुन धमीचा मॉडल हैं। मूल रूप मध्य प्रदेश के सागर जिले की रहने वाली हैं। NCB ने मुनमुन को आर्यन और अरबाज के साथ ही गिरफ्तार किया था। पहले पिता और पिछले साल ही मुनमुन की मां का निधन भी हो गया। मुनमुन का एक भाई (प्रिंस धमीचा) है। वह दिल्ली में है। सोशल मीडिया पर कई स्टार्स के साथ मुनमुन फोटोज शेयर करती हैं।
6. किरण गोसावी
इसे NCB के दफ्तर में आर्यन का हाथ पकड़कर जाते हुए देखा गया था। NCB के ऑफिस में गोसावी ने आर्यन के साथ सेल्फी भी ली थी। मीडिया में आई फोटो और पहचान हो जाने के बाद वो फरार हो गया। दरअसल, गोसावी क्रूज पर भी छापेमारी के दौरान NCB की टीम के साथ मौजूद था। बताया जाता है कि उसी ने NCB को मामले की जानकारी दी थी। NCB ने उसे अपना गवाह बताया है। इससे पहले भी वो एजेंसी का गवाह रहा है। जब महाराष्ट्र पुलिस ने उसके बारे में छानबीन की तो पता चला कि वो एक शातिर धोखेबाज है। उसके खिलाफ कई केस हैं। पुणे पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस दे रखा है। वो भागकर लखनऊ चला गया था, बाद में पुणे से अरेस्ट हुआ। गोसावी को लेकर उठे कई सवालों का NCB जवाब नहीं दे पाई।
7. मनीष भानुशाली
यह खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताता है। रेड के दौरान यही किरण गोसावी के साथ क्रूज पर पहुंचा था। इन दोनों की निशानदेही पर क्रूज पर छापेमारी की गई। मनीष भी NCB का गवाह है। इसका कहना है कि वह क्रूज पर हुई छापेमारी से 3-4 दिन पहले गोसावी से मिला था। इसके बाद वे दोनों NCB दफ्तर गए और अधिकारियों को ड्रग्स के बारे में जानकारी दी थी। मनीष ने ही सैम डिसूजा के बारे में बताया था। क्रूज पर छापेमारी के बाद से ही मनीष छिपा था। उसने अपनी जान को खतरा भी बताया था। पुलिस ने उसे प्रभाकर सैल की शिकायत पर समन जारी किया है।
8. प्रभाकर सैल
यह NCB के गवाह किरण गोसावी का बॉडीगार्ड रहा है। इसने हलफनामे (Affidavit) में चौंकाने वाले खुलासे किए। प्रभाकर के मुताबिक, NCB ने उससे पंचनामा पेपर बताकर खाली कागज पर जबरन साइन कराए। उसे इस गिरफ्तारी के बारे में नहीं पता था। उसने दावा किया कि वो इस क्रूज रेड के बाद हुए ड्रामे का गवाह है। प्रभाकर का दावा है कि वो क्रूज रेड की रात गोसावी के साथ था। यह भी दावा किया कि उसने गोसावी को सैम नाम के शख्स से NCB के दफ्तर के पास मिलते देखा था। इसके बाद गोसावी गायब हो गया था। प्रभाकर ने समीर वानखेड़े से अपनी जान को खतरा भी बताया था। प्रभाकर के फोन में क्रूज पर रेड के कुछ वीडियो और फोटो हैं।
9. सैम डिसूजा
किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने अपने हलफनामे में दावा किया कि उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा नाम के शख्स को आर्यन खान को छोड़ने के बदले 25 करोड़ रुपए की डील पर चर्चा करते हुए सुना था। यहीं से सैम का नाम आगे आया। NCB के विटनेस बन चुके प्रभाकर के मोबाइल फोन में सैम की फोटो भी है। खुद का नाम खबरों में आने के बाद सैम खुद ही सामने आया। उसने कहा है कि मेरा नाम सैम डिसूजा नहीं, बल्कि हैनिक भरत बाफना है। वह कुछ महीनों पहले किसी काम को लेकर प्रभाकर से मिला था। सैम ने सफाई दी कि उसका किसी भी तरह की किसी डील से कोई लेना देना नहीं है। सैम ने पालघर पुलिस स्टेशन में प्रभाकर के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई।
10. मुकुल रोहतगी
देश के जाने-माने वकील हैं और भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल भी रह चुके हैं। आर्यन को बेल दिलाने में इनका अहम योगदान है। उन्होंने कोर्ट में आर्यन की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए जोरदार दलीलें दीं। इसके चलते जमानत की बहस लंबी चली और आखिरकार आर्यन को हाईकोर्ट से बेल मिल गई। मुकुल रोहतगी गुजरात दंगों के मामले में भी सरकारी वकील रह चुके हैं।
11. अमित देसाई
इन्होंने 2015 में सुपरस्टार सलमान खान की जमानत के लिए केस लड़ा था। अमित देसाई ने निचली अदालत के उस फैसले को चुनौती दी थी, जिसमें सलमान को 5 साल की सजा सुनाई गई थी। मई 2015 में अमित ने जब सलमान के बचाव में दलीलें दीं, तब जाकर एक्टर को 30 हजार के निजी मुचलके पर जमानत मिली।
12. सतीश मानशिंदे
मुंबई के एक मशहूर वकील हैं। आर्यन मामले में पहले दिन से कोर्ट में पैरवी कर रहे हैं। 56 साल के सतीश मानशिंदे हाईप्रोफाइल मामलों के लिए जाने जाते हैं। वे अब तक कई टॉप स्टार्स और उनकी फैमिली मेंबर्स के केस लड़ चुके हैं। मानशिंदे एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक का केस भी लड़ रहे हैं, जिन्हें NCB ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद गिरफ्तार किया था। मानशिंदे ने ही रिया और शोविक को जमानत दिलाई थी। क्रिमिनल केसेस हैंडल करने में मानशिंदे को महारत हासिल है। पालघर लिंचिंग मामले में वे स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर भी हैं।
13. अनिल सिंह
मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) अनिल सिंह केस लड़ रहे हैं। उनकी दलीलों की वजह से ही आर्यन की जमानत टलती रही। बॉम्बे हाईकोर्ट के सीनियर लॉयर अनिल सिंह लगातार तीसरी बार ASG के पद पर हैं। इससे पहले वे बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोवा के चेयरमैन भी रह चुके हैं। अनिल 6 महीने महाराष्ट्र के महाधिवक्ता (AG) का भी रह चुके हैं। ASG के तौर वे जज लोया केस, मालेगांव बम ब्लास्ट, मैगी पर बैन, शीना बोरा हत्याकांड, सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस, नरेंद्र दाभोलकर मर्डर, गोविंद पानसरे हत्याकांड जैसे बड़े मामलों में पैरवी कर चुके हैं।
शाहरुख का बर्थेडे गिफ्ट
2 अक्टूबर को उन्हें आर्डेलिया क्रूज (Ardelia Cruise) से हिरासत में लिया गया था। 3 अक्टूबर को हुई लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। आर्यन की रिहाई की खबर आने पर समर्थकों ने शाहरुख के बंगले मन्नत के बाहर पटाखा चलाए। 2 नवंबर को शाहरुख का जन्मदिन होता है। आर्यन की रिहाई को उनका बर्थडे गिफ्ट माना जा रहा है।