New Delhi. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी शाहनवाज उर्फ शैफी, उसके साथी रिजवान और अरशद को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में आतंकियों ने बड़ा खुलासा किया है। दहशतगर्दों ने बताया कि 2002 में गुजरात के गांधी नगर स्थित अक्षरधाम मंदिर में हमला करने का मास्टरमाइंड फरहतुल्ला गौरी और उसके दामाद शाहिद फैसल आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए तीनों को निर्देश दे रहे थे। उनके निशाने पर अयोध्या में श्रीराम मंदिर, मुंबई का चाबड़ हाउस समेत कई स्थान निशाने पर थे। आतंकी 26/11 से भी बड़ा हमला करने की योजना बना रहे थे। कई बड़े नेताओं को भी निशाना बनाया जाना था।
पुणे के पास के वेस्टर्न घाट की रेकी की, हमले की तारीख तय नहीं...
आतंकियों ने बताया, मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित चाबड़ हाउस और अयोध्या का राम मंदिर उनके निशाने पर था। कोलाबा स्थित चाबड़ हाउस, मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले का दंश झेल चुका है। इतना ही नहीं, देश के कुछ बड़े नेताओं को भी टारगेट करने का मिशन इन्हें मिला था। आतंकियों ने पुणे के पास के वेस्टर्न घाट की रेकी की थी, हालांकि हमले का दिन तय नहीं था। आतंकी किसी खास दिन अटैक करने की प्लानिंग कर रहे थे।
शाहनवाज की पत्नी स्पेशल सेल की रेडार पर
बताया जा रहा है कि आतंकी 26/11 से भी बड़ा नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रहे थे। संदिग्ध आतंकी शाहनवाज उर्फ शैफी की पत्नी स्पेशल सेल की रेडार पर है। सूत्रों के मुताबिक, शहनवाज की तरह वो भी रेडिक्लाइज है। शाहनवाज की पत्नी पहले हिंदू थी, बाद में उसका धर्म परिवर्तन करवाया था। मामले में आगे भी बड़ा खुलासा होने की संभावना है।
आईईडी बनाने का सामान बरामद
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शाहनवाज के ठिकाने से पिस्टल समेत कई हथियार, आईईडी बनाने का सामान और जिहादी लिटरेचर बरामद हुआ है। जांच और पूछताछ में ये बात सामने आई है कि ये सभी अलग-अलग तंजीम से ऑनलाइन जुड़े हुए थे। इन लोगों ने अहमदाबाद (गुजरात) में रेकी भी की थी। हालांकि मामला आगे नहीं बढ़ सका।
माइनिंग इंजीनियर शाहनवाज ने बम बनाने के कई प्रयोग किए
दिल्ली के हजारीबाग का रहने वाला शाहनवाज माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके चलते शाहनवाज को बम ब्लॉस्ट का नॉलेज था। उसने बम बनाने के कई प्रयोग किए थे और पुणे के जंगलों में ब्लास्ट की प्रैक्टिस भी की थी। उसे इंटरनेट की भी बहुत अच्छी नॉलेज है। मामले में पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
हिंदू लड़की बसंती पटेल से शादी, फिर कराया धर्म परिवर्तन
शाहनवाज ने हिंदू लड़की बसंती पटेल से शादी की। बाद में धर्म परिवर्तन करने के बाद वह मरियम बन गई। फिलहाल वह है। स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया कि तीन लोगों पर पिछले महीने एनआईए ने इनाम रखा था। इसमें मोहम्मद शाहनवाज भी एक था। उसे जैतपुर दिल्ली और अरशद को मुरादाबाद व रिजवान को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार दो अन्य भी हैं पढ़े-लिखे, बड़े लोग थे टारगेट
शाहनवाज के दोनों साथी पढ़े-लिखे हैं। झारखंड के रहने वाले अरशद वारसी ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है, वहीं उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला मोहम्मद रिजवान मौलाना है और कंप्यूटर साइंस से बीटेक कर चुका है। इनका टास्क था कि बड़े लोगों को टारगेट करते हुए अधिक से अधिक लोगों की जान लेने के लिए ब्लास्ट करना।
बाइक चोरी... और ऐसे खुल गया मामला
पुणे पुलिस ने इमरान और यूसुफ को मोटरसाइकिल चोरी करते हुए पकड़ा। शुरुआत में पुणे पुलिस को लगा था कि ये छोटे चोर हैं, मगर पूछताछ में पता चला उस समय शाहनवाज मौके से फरार हो गया था। तब पहली बार शाहनवाज का नाम सामने आया था। आगे की जांच में पता चला कि ये चोर आईएसआईएस के आतंकवादी हैं और स्लीपर सेल हैं। इसके बाद पुलिस शाहनवाज के घर पहुंची। वहां से आपत्तिजनक साहित्य और आईईडी बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला सामान बरामद किया। इसके बाद मामले को महाराष्ट्र एटीएस को ट्रांसफर किया गया। एटीएस ने कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया। इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए को केस ट्रांसफर कर दिया गया।
दोनों पाकिस्तान में छिपे
स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार तीनों आंतकियों को वर्ष 2002 में गुजरात के गांधी नगर स्थित अक्षरधाम मंदिर में हमला करने का मास्टरमाइंड फरहतुल्ला गौरी और उसके दामाद शाहिद फैसल आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए निर्देश दे रहे थे। यह दोनों आईएसआई के लिए काम करते हुए पाकिस्तान में छिपे हुए हैं।
20 से ज्यादा स्थानों पर हमले की थी योजना
आईएसआई के इशारे पर भारत में कट्टरपंथी नेटवर्क स्थापित करने के लिए युवाओं को भर्ती करने के साथ ही बम बनाने और उसे ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली समेत 20 से अधिक स्थानों पर बम धामाके की योजना थी।
कई स्थानों पर छापेमारी, अन्य संदिग्धों से हो रही पूछताछ
आतंकियों को पकड़ने के लिए स्पेशल सेल ने दिल्ली, देहरादून, अलीगढ़, लखनऊ, मुरादाबाद, प्रयागराज और हजारीबाग में छापेमारी की है। पुलिस ने उक्त नेटवर्क से जुड़े कुछ अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है। फिलहाल इनसे पूछताछ की जा रही है। इनकी भूमिका भी शक के दायरे में है।
पाकिस्तान में इंटरनेट कॉलिंग से होती बातचीत
पुलिस को सूचना मिली कि इन्हें भी ब्लास्ट के लिए कुछ टास्क दिए गए थे। हालांकि, क्या टास्क दिए गए, फिलहाल इस बारे में पूछताछ की जा रही है। इन्हें कब और किसने जोड़ा? पुलिस इस बारे में पूरी चेन को खंगाल रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शाहनवाज पाकिस्तान के अपने आकाओं को इंटरनेट कॉलिंग या चैट ऐप्लीकेशन के जरिये संपर्क करता था, लेकिन अपने कई करीबी लोगों से वह सीधे मोबाइल पर ही बात करता था।