KOLKATA. ममता बनर्जी सरकार में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की मुश्किलें शिक्षक भर्ती घोटाले में लगातार बढ़ रही हैं। एक तरफ जहां पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 21 करोड़ रूपए मिले हैं, तो दूसरी तरफ बीजेपी ने दावा किया है कि पार्थ चटर्जी की दूसरी करीबी मोनालिसा दास भी शिक्षक भर्ती घोटाले में शामिल हैं। वहीं पार्थ चटर्जी हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जहां ईडी का कहना है कि अस्पताल में पार्थ किसी डॉन के जैसी हरकतें कर रहे हैं।
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष का दावा है कि मोनालिसा दास पार्थ की करीबी हैं। उनके पास 10 फ्लैट हैं। बीजेपी ने इसकी जांच करने की मांग की है। वहीं मोनालिसा ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है। रिपोर्टस की माने तो ईडी जल्द ही इस घोटाले में मोनालिसा से पूछताछ कर सकती है। बता दें कि मोनालिसा दास पेशे से एक टीचर हैं।
पार्थ के बयान पर सहयोगी मंत्री का पलटवार
हिरासत में जाने के बाद पार्थ चटर्जी की ओर से बयान सामने आया था कि उन्होंने ममता बनर्जी से फोन पर बात करने की कोशिश की। लेकिन ममता ने फोन नहीं उठाया। चटर्जी के इस बयान के बाद बंगाल सरकार में मंत्री और पार्थ चटर्जी के सहयोगी फिरहाद हकीम ने कहा कि जब ईडी ने उनका फोन जब्त कर लिया था, तो पार्थ सीएम को फोन कैसे लगाया।
ममता की चुप्पी, फैसले का इंतजार
पार्थ चटर्जी को ईडी द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद से ही इस मामले में ममता बनर्जी ने चुप्पी साधी हुई है। ममता की तरफ से इस मामले में कोई भी बयान सामने नहीं आया है। वहीं दूसरी तरफ टीएमसी के बड़े नेता भी इस बारे में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। हालांकि मंत्री फिरहाद हकीम और टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पार्थ की डॉन जैसी हरकतें
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इस बात पर घोर आपत्ति जताई है कि पार्थ चटर्जी को दूसरे हॉस्पिटल में क्यों ट्रांसफर किया गया। इसके अलावा ईडी ने यह भी आरोप लगाया है कि अस्पताल पार्थ किसी डॉन की तरह बर्ताव कर रहे हैं और वह पूछताछ में बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे।
कलकत्ता कोर्ट को एएसजी ने बताया कि उन्हें कोर्ट से पार्थ की सिर्फ 2 दिन की रिमांड मिली है। ऐसे में हॉस्पिटल में इलाज के दिनों को कस्टडी ने दिनों में ना गिना जाए। ईडी ने कोर्ट में यह भी कहा कि एक ऐसा ऑर्डर भी उनकी अनदेखी में पास किया गया है कि पूछताछ के दौरान आरोपी के वकील भी मौजूद रह सकते हैं। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि पार्थ हॉस्पिटल में किसी डॉन की तरह बर्ताव कर रहे हैं। आरोप है कि पार्थ वहां ईडी अधिकारियों को धमकी और गालियां दे रहे हैं। आगे कहा गया कि पार्थ ने हॉस्पिटल बदलकर खुद को ऐसे अस्पताल में भर्ती करा लिया है जहां वे खुद राजा हैं, वे बीमारी का बहाना बना रहे हैं।