Mumbai. महाराष्ट्र में शिवसेना का बागी गुट लगातार मजबूत होता जा रहा है। अब उसने उद्धव ठाकरे की शिवसेना को एक और बड़ा झटका लगा है। बहुमत परीक्षण से पहले विधानसभा स्पीकर के चुनाव में शिंदे गुट को जीत हासिल हुई है। बीजेपी से उम्मीदवार राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर बन चुके हैं. विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन वोटिंग के जरिए स्पीकर के लिए वोटिंग हुई। एक-एक विधायक से उनका मत पूछा गया जिसमें शिंदे गुट एमवीए गठबंधन पर भारी पड़ा। इस जीत के बाद अब सोमवार 4 जुलाई को एकनाथ शिंदे गुट को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है।
किसे मिले कितने वोट?
महाराष्ट्र विधानसभा में जब स्पीकर को लेकर वोटिंग हुई तो शुरुआत से ही बीजेपी के राहुल नार्वेकर ने बढ़त बना ली, जिसके बाद उन्होंने कुल 164 वोट पाकर जीत हासिल की। बहुमत के लिए उन्हें 144 वोटों की जरूरत थी। वहीं एमवीए की तरफ से उम्मीदवार बनाए गए राजन साल्वी को कुल 82 वोट मिले। खास बात ये रही कि एमएनएस की तरफ से भी बीजेपी उम्मीदवार को वोट किया गया. वहीं सपा विधायक ने वोट करने से इनकार कर दिया।
शिवसेना में रहे, टिकट नहीं मिला तो बदल लिया दल
राहुल नार्वेकर 2014 से पहले शिवसेना में थे, लेकिन लोकसभा का टिकट नहीं मिला, तो पार्टी छोड़ एनसीपी में शामिल हो गए। 2014 में मवाल लोकसभा सीट से मैदान में उतरे, लेकिन हार मिली। फिर नार्वेकर भाजपा में शामिल हो गए। 2016 में गवर्नर कोटे से नार्वेकर विधानपरिषद पहुंचे। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कोलोबा विधानसभा सीट से जीत हासिल की।
लगाए जय श्रीराम-जय भवानी के नारे
विधानसभा के भीतर भाजपा के विधायकों ने जय भवानी, जय शिवाजी और जय श्री राम के नारे लगाए हैं। स्पीकर चुनाव पर NCP के जयंत पाटील ने कहा कि अभी चुनाव कराया जा रहा है, लेकिन हम कब से मांग कर रहे थे। अब समझ आया कि क्यों नहीं अब तक इलेक्शन हुआ?
शिवसेना का दफ्तर सील
शिवसेना में मचे घमासान को देखते हुए विधानसभा के भीतर उसका दफ्तर सील कर दिया गया है। उद्धव ठाकरे की ओर से सुनील प्रभु और एकनाथ शिंदे की ओर से भारत गोगावाले ने व्हिप जारी किया।
मुंबई लौटे बागी विधायक
शिवसेना के बागी विधायक शनिवार रात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ वापस मुंबई लौट आए। इनकी वापसी 11 दिन बाद हुई है। सभी बागी विधायक मुख्यमंत्री के साथ मुंबई के होटल ताज प्रेसीडेंसी पहुंचे। यहां बीजेपी नेताओं और शिवसेना के बागी विधायकों ने देर रात तक बैठक करके आगे की रणनीति तैयार की। राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस विधायकों से मिलने पहुंचे।