अनंतनाग में चौथे दिन भी मुठभेड़ जारी, लापता जवान का शव बरामद, अब तक चार शहीद, सेना ने चारों ओर से आतंकियों को घेरा

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The Sootr CG
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अनंतनाग में चौथे दिन भी मुठभेड़ जारी, लापता जवान का शव बरामद, अब तक चार शहीद, सेना ने चारों ओर से आतंकियों को घेरा

SRINAGAR.  दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में चौथे दिन शुक्रवार (15 सितंबर) को भी आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में डीएसपी, कर्नल और मैजर बलिदान हो गए थे, वहीं आज इस मुठभेड़ में लापता जवान का शव बरमाद हुआ है। आज एक लापता जवान का शव मिलने के साथ बलिदानी सुरक्षाकर्मियों की संख्या चार हो गई है।

सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी जारी

अधिकारिक तौर पर किसी भी सैन्याधिकारी या पुलिस अधिकारी ने लापता जवान का शव मिलने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह जरूर कहा है कि एक घायल जवान अपने जख्मों को न सहते हुए शहीद हो गया है। इस बीच, सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच रुक-रुककर गोलीबारी जारी है। घेराबंदी में फंसे आतंकियों में से किसी के मारे जाने या जख्मी होने अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। आतंकियों को ढूंढने के लिए खिलाफ हेरोन ड्रोन भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

पेड़ों व झाड़ियों के बीच देखा गया जवान का शव

सूत्रों ने बताया, शुक्रवार सुबह सेना के जवानों ने आतंकियों को मार गिराने का अपना अभियान दोबारा शुरू किया। जैसे ही जवान पहाड़ी पर आगे आतंकी ठिकानो की तरफ बढ़े, आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। इसी दौरान जवानों ने पेड़ों और झाड़ियों के बीच एक जगह अपने एक साथी का शव देखा।

मुठभेड़स्थल से नहीं लाया गया लापता जवान का शव

बताया जा रहा है कि शव लापता जवान का है। उन्होंने बताया कि शहीद जवान का शव मुठभेड़स्थल से अभी नीचे नहीं लाया गया है। शव ठीक आतंकी ठिकाने के सामने पड़ा है। गडोल अनंतनाग में यह मुठभेड़ मंगलवार की देर रात गए उस समय शुरू हुईं थी, जब वहां आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस और सेना की 19 आरआर के जवानों ने मिलकर एक तलाशी अभियान चलाया था।

दो जवान अब भी लापता, पांच घायल

आतंकियों ने गांव के बाहरी छोर पर स्थित एक सीधी पहाड़ी पर अपना ठिकाना बना रखा है। सुरक्षाकर्मी एक ओवरग्राउंड वर्कर को इस ठिकाने की तरफ लेकर जा रहे थे कि आतंकियों ने उन्हें देख लिया और हमला कर दिया। इसमें सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डीएसपी मुजम्मिल हुमायूं बलिदानी हो गए। मुठभेड़ में एक से दो जवान लापता हो गए और पांच अन्य जख्मी हुए।

टीआरएफ के दो कमांडर मुठभेड़ स्थल पर फंसे

लापता जवानों के बारे में अधिकारियों ने कुछ बताने से इंकार कर दिया है। बलिदानी कर्नल और बलिदानी मेजर का पार्थिव शरीर बीती रात ही उनके परिजनों के पास भेजा गया है। गडोल में छिपे आतंकियों में टीआरएफ कमांडर उजैर व गाजी उस्मान के फंसे होने का दावा किया जा रहा है।

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