भारत और चीन की सेनाओं में 12 वें दौर की वार्ता के बाद गोगरा में सेना हटाने पर सहमति बन गई है। दोनों देशों के सैनिक गोगरा में पीछे हटे हैं। इसके साथ ही गोगरा में निर्मित सभी अस्थायी स्ट्रक्चर को भी हटा दिया है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं ने बातचीत के बाद यह फैसला लिया है।
भारतीय सेना ने बयान जारी किया
इंडियन आर्मी ने बयान जारी करके कहा कि भारत और चीन के कोर कमांडरों के बीच 12वें राउंड की बैठक 31 जुलाई को हुई थी। यह बैठक पूर्वी लद्दाख के चुशुल मोल्डो मीटिंग प्वाइंट पर हुई थी। इस मीटिंग में दोनों देशों की सीमाओं पर तनाव कम करने के लिए बातचीत हुई। जिसके बाद दोनों देशों की सेनाओं ने गोगरा में सैनिक पीछे हटाने का निर्णय लिया।
गोगरा में पिछले साल विवाद
इस क्षेत्र में पिछले साल मई में सैनिक आमने-सामने आ गए थे। जिसके बाद अब दोनों सेनाओं में बातचीत शुरू हुई और दोनों पक्ष इस क्षेत्र से पीछे हटने पर राजी हो गए। फिलहाल अब दोनों पक्षों के सैनिक अब अपने-अपने स्थायी ठिकानों में हैं। दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए सभी अस्थायी ढांचे और अन्य संबद्ध बुनियादी ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया है।