LONDON. भारत-कनाडा में विवाद अब वैश्विक रूप ले चुका है। मामले में कई देशों के प्रमुखों ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को तल्खीभरा जवाब देकर साथ देने से मना कर दिया है। ट्रूडो के भारत पर लगाए गए संगीन आरोपों को लेकर ब्रिटिश कोलंबिया के प्रीमियर डेविड एबी ने बड़ा देकर बयान देकर हलचल मचा दी है।
डेविड एबी ने किया खुलासा
डेविड एबी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि वे इस बात से निराश हैं कि हरदीप निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के संबंध में उन्हें जो जानकारी दी गई है, वे सभी ओपन सोर्स जानकारी हैं, यानी ये सभी जानकारी पहले से ही इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। डेविड एबी का ये बयान इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि हरदीप निज्जर की हत्या कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के ही सर्रे शहर में हुई थी। ट्रूडो के भारत विरोधी बयान को नासमझी बताई गई है।
कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा ठोस जानकारी देने में असमर्थ
डेविड एबी ने आगे कहा कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) की ओर से मुझे जो जानकारी मिली है, उसे ओपन इन्फॉर्मेशन ब्रीफिंग या ओपन सोर्स ब्रीफिंग कहा जाता है। ये वो जानकारी है, जो पहले से ही इंटरनेट पर उपलब्ध है। संसद में बयान देने से पहले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मुझे इस बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने मुझे कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा से ब्रीफिंग की पेशकश की। इस ब्रीफिंग में सीएसआईएस की ओर से एक ब्रीफिंग मिली, जो ओपन सोर्स जानकारी थी। उन्होंने आगे कहा कि मैंने सीएसआईएस के निदेशक से इस बारे में और अधिक ठोस जानकारी की मांग की, लेकिन वो हमें ठोस जानकारी प्राप्त कराने में असमर्थ रहे। इस कारण मैंने अपनी निराशा भी व्यक्त की। मामले में अब कनाडा के पीएम कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
ट्रूडो के इन आरोप पर हुआ बवाल
जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में बोलते हुए भारत पर आरोप लगाया था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ है, जिसे भारत सिरे से खारिज कर चुका है। जुलाई 2023 में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर पिछले कई दिनों से मामला गर्माया हुआ है।
ट्रूडो ने भारत पर आरोप को एक बार फिर दोहराया
ट्रूडो ने गुरुवार (21 सितंबर) को न्यूयॉर्क में भी भारत पर लगाए आरोप को दोहराते हुए कहा कि मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि इन आरोपों को हाउस ऑफ कॉमन्स के पटल पर लाने का निर्णय हल्के में नहीं लिया गया था। इसे बहुत ही गंभीरता से लिया गया था। निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ है। मुझे लगता है कि एक निष्पक्ष न्यायिक प्रणाली वाले देश के तौर पर ये बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम बेहद ईमानदारी के साथ काम करें।
कनाडा की तरफ से कोई सबूत नहीं दिए गए - भारतीय विदेश मंत्रालय
भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत की संलिप्तता के आरोप बेतुके और प्रेरित हैं। इन आरोपों का मकसद खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत को कनाडा की तरफ से कोई सबूत नहीं दिए गए हैं।
ये खबर भी पढ़िए..
'कनाडा को अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने कनाडा की धरती पर आतंकवादी गतिविधियों के बारे में उनसे बहुत विशिष्ट जानकारी साझा की है, लेकिन कनाडा ने कोई विशेष जानकारी भारत के साथ शेयर नहीं की है। कनाडा आतंकवादी गतिविधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है। उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत है।