Patna: केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए लालू यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये गिरफ्तारी रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़े मामले में हुई. इतना ही नहीं सीबीआई ने बिहार के पटना और दरभंगा में चार ठिकानों पर छापे भी मारे हैं। लालू परिवार के बेहद खास और लालू के हनुमान कहे जाने वाले भोला यादव (Bhola Yadav) पर सीबीआई ने शिकंजा कसा है। नौकरी के बदले जमीन और आईआरसीटीसी स्कैम (IRCTC Scam) मामले में भोला यादव को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। चार दिन पहले सीबीआई ने पूछताछ के लिए भोला यादव को बुलाया था। अब खबर आ रही है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। नौकरी के बदले जमीन और आईआरसीटीसी स्कैम में यह बड़ी गिरफ्तारी है। बताया जाता है कि पटना के साथ-साथ भोला यादव के पैतृक घर दरभंगा में भी छापेमारी की गई है। यह पूरा मामला रेलवे भर्ती घोटाला से जुड़ा है।
तेजस्वी यादव के भी काफी नजदीक
आरोप है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रेल मंत्री रहते हुए नौकरी लगवाने के बदले जमीन और प्लॉट लिए थे। सीबीआई ने इस मामले में हाल ही में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव पर केस भी दर्ज किया था. इसी साल मई में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। भोला यादव को लालू यादव का हनुमान कहा जाता है। हमेशा वो लालू प्रसाद यादव के साथ रहते हैं। चाहे कोर्ट का काम हो या फिर इलाज का वो हर वक्त लालू यादव के साथ दिख जाएंगे। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में वह बहादुरपुर सीट विधायक चुने गए थे, हालांकि 2020 चुनाव में वे हायाघाट सीट से चुनाव लड़े लेकिन हार गए, वो तेजस्वी यादव के भी काफी नजदीक हैं। भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे। लालू यादव उस वक्त केंद्रीय रेल मंत्री थे. उसी समय रेलवे में भर्ती घोटाला हुआ था. आरोप है कि भोला यादव ही घोटाले का कथित सरगना है.
सीबीआई ने लालू के ठिकानों पर भी मारे थे छापे
इससे पहले सीबीआई ने मई में इस मामले में लालू यादव से जुड़ीं 17 जगहों पर छापेमारी की थी. सीबीआई की यह यह कार्रवाई करीब 14 घंटे तक चली थी. ये छापे लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित जगहों पर ये छापेमारी की गई थी.