रावत पंचतत्व में विलीन: बेटियों ने निभाए संस्कार, मुखाग्नि दी; 17 तोपों की सलामी

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रावत पंचतत्व में विलीन: बेटियों ने निभाए संस्कार, मुखाग्नि दी; 17 तोपों की सलामी

नई दिल्ली. हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल रावत और उनकी पत्नी मधूलिका पंचतत्व में विलीन हो गए। 10 दिसंबर शाम 5 बजे दिल्ली कैंट शवदाह गृह में दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने अंतिम संस्कार की रस्में निभाईं। सेना की तरफ से रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई। इससे पहले पार्थिव शरीर को नई दिल्ली स्थित उनके घर लाया गया था। लोगों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, NSA अजीत डोभाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचीं। वहीं, रावत के रक्षा सलाहकार रहे ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिड्डर का दिल्ली कैंट में अंतिम संस्कार किया गया। उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।

कल दिल्ली लाए गए थे पार्थिव शरीर

जनरल रावत समेत 13 लोगों के पार्थिव शरीर 9 दिसंबर की रात को दिल्ली लाए गए थे। इन्हें पालम एयरबेस में रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई हस्तियां श्रद्धांजलि देने पहुंची थीं। रावत की दोनों बेटियां अपने माता-पिता के पार्थिव शरीर देखकर फफक पड़ी थीं।

पूरे देश ने श्रद्धांजलि दी

जनरल विपिन रावत समेत हादसे में जान गंवाने वाले सपूतों को केरल से लेकर कश्मीर तक में श्रद्धांजलि दी गई। कुन्नूर में जब CDS रावत के पार्थिव शरीर को लाया जा रहा था तो लोगों ने फूल बरसाकर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। कश्मीर के लाल चौक पर भी लोगों ने वीर सपूतों को नम आंखों से याद किया। सूरत में बच्चों ने भी श्रद्धांजलि दी। भोपाल में लोगों ने जमीन पर जनरल रावत की पेंटिंग बनाई और मोमबत्ती जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

हादसे में इनका निधन हुआ

हेलिकॉप्टर क्रैश में जो 13 लोग मारे गए, उनमें सीडीएस जनरल रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिड्डर और स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह शामिल हैं। हादसे में मरने वाले सुरक्षा बलों के अन्य 9 लोगों के नाम विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट ऑफिसर अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक बी साई तेजा शामिल हैं।

सिर्फ 4 शवों की पहचान हो सकी है

हेलिकॉप्टर हादसे में एकमात्र अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की जान बच पाई। उन्हें बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु स्थित एयर फोर्स कमांड हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अभी तक सिर्फ 4 लोगों (जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर और लांस नायक विवेक कुमार) के शवों की ही पहचान हो पाई है।

ऐसे निकली रावत की अंतिम यात्रा

CDS रावत की अंतिम विदाई पूरे सैन्य सम्मान के साथ की गई। सेना के बैंड साथ में चल रहे थे। रास्ते पर अफसरों का हुजूम था।

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