नई दिल्ली. देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के हेलिकॉप्टर क्रैश की रिपोर्ट आ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि हादसे की वजह खराब मौसम थी। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अगुआई में बनी ट्राई सर्विस कमेटी (Tri Service Committee) ने ये रिपोर्ट तैयार की है। फिलहाल रिपोर्ट लीगल विंग के पास कानूनी सलाह के लिए भेजी गई है। जल्दी ही इसे एयरफोर्स चीफ को सौंपा जाएगा।
8 दिसंबर को हुआ था हादसा: 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत का निधन हो गया था। एयरफोर्स (IAF) का Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 14 अधिकारियों को लेकर जा रहा था, तभी तमिलनाडु के कुन्नूर में चॉपर क्रैश हो गया। इस हादसे में जरनल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की तभी मौत हो गई थी। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे थे, 15 दिसंबर को इलाज के दौरान उनका निधन भी हो गया।
अभी ये व्यवस्था: जनरल रावत के निधन के बाद CDS की पोस्ट खाली हो गई है, इसलिए आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (General MM Naravane) को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (CoSC) का चेयरमैन बनाया गया है। CDS पद आने से पहले CoSC की ही व्यवस्था थी।
सीडीएस का पद आने से पहले चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी ही तीनों सेनाओं के बीच कोऑर्डिनेशन का काम करती थी। इस कमेटी में तीनों सेनाओं के चीफ शामिल होते हैं। जनरल नरवणे सबसे सीनियर हैं, इसलिए उन्हें इस कमेटी का चेयरमैन अपॉइंट (Appoint) किया गया है।
ये व्यवस्था कब तक?: सूत्रों के मुताबिक, जब तक नए सीडीएस की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक यही व्यवस्था रहेगी। एक अफसर ने बताया कि सीडीएस की गैर मौजूदगी में सीनियर हेड को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का चेयरमैन बनाया जाता है। CoSC के चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (CoIDS) जो सीडीएस को रिपोर्ट करते थे, अब जनरल नरवणे को रिपोर्ट करेंगे।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स के भी प्रमुख होते हैं और चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थाई अध्यक्ष होते हैं। डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स में दूसरे सबसे सीनियर अफसर एडिशनल सेक्रेटरी होते हैं। इस डिपार्टमेंट में एडिशनल सेक्रेटरी थ्री-स्टार मिलिट्री ऑफिसर होते हैं। अभी ये पद लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी के पास है।