रायपुर. यहां वन विभाग के टेंडर में खेल हो गया है। हालांकि, खेल कार्रवाई के मसले पर भी हो गया है। वन विभाग में 37 टेंडर में कॉल लिया गया। 37 में से 33 टेंडर में वन विभाग के अधिकारियों ने भंडार खरीद नियमों का पालन नहीं किया, यह गड़बड़ी जांच में प्रमाणित पाई गई और इसके लिए 6 IFS और तीन राज्य वन सेवा के अधिकारियों को दोषी पाया गया। यह मामला बीते साल उजागर हुआ तो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ। दिलचस्प ये है कि जब यह मामला फिर सामने आया तो विभाग ने कार्रवाई का भरोसा देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
किसके थे टेंडर: ये टेंडर निर्माण कार्यों से लेकर वनोपज से जुड़े थे और करीब दस करोड़ से ज्यादा की रकम के थे।आरोप है कि इस मामले में नियमों को धता बताकर खरीदी कर ली गई। मसले को लेकर पिछले साल 29 दिसंबर में सवाल हुए थे। तब विभाग ने गड़बड़ी स्वीकार करते हुए दोषी अधिकारियों को शो कॉज दिया था। अब एक बार फिर यह मामला उछला तो विभाग ने फिर से दावा किया कि कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए गए अधिकारियों को फिर से शो कॉज जारी कर दिया गया।
दोषी बताए गए अधिकारियों में अमिताभ बाजपेयी, के एल निर्मलकर, नायर विष्णु राज नरेंद्रन, आयुष जैन, विजया कुर्रे, इस्टाइलो मंडावी और अशोक पटेल के अलावा एसडीओ एनके शर्मा, डीके साहू और डीके मेहर के नाम शामिल हैं।