रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार में राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल के तल्ख तेवरों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं। अब जय सिंह ने कोरबा कलेक्टर रानू साहू को ही भ्रष्टाचारी करार दे दिया है। जय सिंह का भी गृह जिला कोरबा ही है। कलेक्टर रानू साहू पर ही पिछले दिनों बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने डीएमएफ (District Mineral Fund- DMF) में गड़बड़ी का आरोप लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लिखित शिकायत भेजी थी।
क्या बोले जय सिंह अग्रवाल: कलेक्टर विकास कार्यों में बाधा पैदा कर रही हैं। जनता के हित के काम में भी कलेक्टर को अपना हित दिख रहा है। प्रदेश में कोई कलेक्टर सड़कों को रोकने का काम नहीं कर रहा है, केवल कोरबा जिले में कलेक्टर कर रही है। कलेक्टर भ्रष्ट हैं, जहां भी रहीं, उन्होंने ऐसा ही काम किया है, ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। ज्यादा अड़ंगा लगाएंगी तो मुख्यमंत्री से हाईलेवल जांच की मांग करेंगे।
ये है मामला: दरअसल, मसला इमली छापर कुसमुंडा से तरदा तक के सड़क निर्माण बंद होने का है। आरोप है कि सड़क निर्माण की दूसरी किस्त रोक दी गई है और इस वजह से सड़क का निर्माण रुक गया है। पूरे राज्य की तरह कोरबा जिले में सड़क एक अहम मुद्दा है और टकराव की तात्कालिक वजह भी बन गया।
कोरबा इसलिए अहम: कोरबा ऊर्जाधानी कही जाती है। यहां NTPC के पॉवर प्लांट से लिग्नाइट कोयला उत्खनन होता है। प्लांट और उत्खनन विकास तो लाते हैं, लेकिन साथ ही साथ एक पूरा तंत्र भी ले आते हैं, जिसे करप्शन पैदा होता है।
कोरबा में अफसरों को लेकर खींचतान: कोरबा में आईएएस और आईपीएस अफसरों की पदस्थापना को लेकर प्रतिस्पर्धा होती रहती है। हालिया दिनों में ट्रांसपोर्टिंग से लेकर कई मामलों में सवाल और आरोप की आंच इतनी तेज है कि लगता है मामला दाल में नमक का नहीं, बल्कि नमक में दाल का हो गया है। उधर, मंत्री जय सिंह अग्रवाल किसी ना किसी वजह से विवादों में आते रहे हैं, लेकिन यह भी पहली बार ही है कि किसी मंत्री ने अपने ही गृह जिले के कलेक्टर पर भ्रष्ट और भ्रष्टाचार में लिप्त होने के सार्वजनिक आरोप लगाए हों।