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नासिर बेलिम रंगरेज, Jaipur. जोधपुर हिंसा के बाद से जोधपुर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है, जो चार मई रात 12 बजे तक लागू रहेगा। पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा, ''शहर में परशुराम जयंती, रमज़ान ईद एवं अक्षय तृतीया त्योहारों के आयोजनों के दौरान बनी संवेदनशील परिस्थितियों के मद्देनज़र पुलिस आयुक्तालय ने जोधपुर आयुक्तालय क्षेत्र में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू की हैं।''
जोधपुर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, प्रदेश में कहीं भी साम्प्रदायिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाली घटना से समाज में शांति एवं कानून व्यवस्था को क्षति पहुंचती है। अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 3, 2022
जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव हुआ कैसे
बताया जा रहा है कि जोधपुर के जालोरी गेट सर्कल पर परशुराम जयंती को देखते हुए कुछ लोगों ने भगवा झंडे लगाए थे। दूसरे पक्ष ने वो झंडे हटाकर वहां पर इस्लामी प्रतीक वाले झंडे लगा दिए। इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और तनातनी इतनी बढ़ी कि आधी रात को भीषण पथराव हो गया। ये बवाल इतना बढ़ गया था कि इस पर काबू करने में पुलिस के भी पसीने छूट गए। पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कीं लेकिन दोनों तरफ से भीषण पथराव हो रहा था। पुलिस बड़ी मुश्किल से उपद्रवियों को तितर-बितर कर पाई। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। इसमें पुलिसकर्मियों समेत पत्रकार भी घायल हो गए।
मुख्यमंत्री कार्यालय पर जोधपुर में हुई घटना की उच्च स्तरीय समीक्षा करते हुए पुलिस और प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 3, 2022
बीजेपी ने घेरा
जोधपुर में हुई हिंसा के बाद बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जुबानी हमले तेज कर दिए हैं। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया समेत कई नेताओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खडे किए हैं। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि हिन्दू नववर्ष के दिन करौली में दंगे के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहजिले जोधपुर के जालोरी गेट में हिंसक झड़प की घटना गहलोत सरकार के माथे पर कलंक है। गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की नीति के कारण शांतिप्रिय राजस्थान में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की बहुत सारी घटनाएं हो गई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर अराजक तत्वों ने इस्लामिक झंडे लगा दिए और परशुराम जयंती पर लगे केसरिया झंडे हटा दिए। राज्य सरकार से मांग है कि अराजक तत्वों पर कडी कार्रवाई हो। प्रदेश में कानून का राज स्थापित हो। पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखना चुनौती बनता जा रहा है।
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) May 3, 2022
इन क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू
यह निषेधाज्ञा आदेश पुलिस डिप्टी कमिश्नर मुख्यालय एवं यातायात आयुक्तालय जोधपुर राजकुमार चौधरी ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जोधपुर आयुक्तालय के जिला पूर्व के थाना क्षेत्र उदयमंदिर, सदरकोतवाली, सदरबाजार नागोरी गेट, खाण्डाफलसा एवं जिला पश्चिम के थाना क्षेत्र प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर देवनगर, सूरसागर, सरदारपुरा में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने व जन-जीवन व्यवस्थित रखने हेतु आयुक्तालय के उपरोक्त थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया जाना आवश्यक है।
कर्फ्यू की अवधि बढ़ भी सकती है
निषेधाज्ञा आदेश के अनुसार, ''आयुक्तालय के जिला पूर्व के थाना क्षेत्र उदयमंदिर सदरकोतवाली, सदरबाजार, नागोरी गेट, खाण्डाफलसा एवं जिला पश्चिम के थाना क्षेत्र प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर, सरदारपुरा में 3 मई को दोपहर 1 बजे से 4 मई की मध्यरात्रि 12 बजे तक कर्फ्यू लागू किया जाएगा। इस दौरान कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति पत्र के अपनी गृह सीमा के बाहर नहीं निकलेगा। उक्त स्थिति के मद्देनजर कर्फ्यू अवधि बढ़ाई भी जा सकेगी।''
आदेश की अवहेलना पर होगी कार्रवाई
प्रेस रिलीज में कहा, ''यह प्रतिबंध कानून-व्यवस्था की ड्यूटी में लगे अधिकारी/कर्मचारी पुलिस कर्मियों एवं कर्फ्यू पासधारियों पर लागू नहीं होगा। यह भी स्पष्ट किया गया है कि आदेश की अवहेलना करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 एवं अन्य विधिक प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।''
सीएम ने बुलाई बैठक
जोधपुर में झड़पों के मद्देनजर सीएम गहलोत ने अब राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राजस्थान के डीजीपी और अन्य अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई है। इससे पहले दिन में गहलोत ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था, 'जोधपुर, मारवाड़ की प्रेम और भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बहाल करने में सहयोग करने की अपील करता हूं।'