रायपुर. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव 7 अगस्त को नाराज हो गए। इसकी वजह भी थी। एक न्यूज चैनल ने उनके इस्तीफे की गलत खबर चलाई थी। इस पर सिंहदेव ने चैनल का नाम लेते हुए ट्वीट किया, @republic TV का उद्देश्य सिर्फ कांग्रेस के खिलाफ झूठी खबरें दिखाना और अफवाहें फैलाना है। मैंने पहले बहुत बार कहा है और फिर कहूंगा- कांग्रेस मेरे खून में है। अगर मेरे 100 जन्म भी हुए, तब भी मैं इस विचारधारा को नहीं छोड़ूंगा। आपकी टीआरपी की भूख इस सत्य को नहीं बदल सकती।
कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ में अंदरूनी कलह
जुलाई में विधानसभा सत्र के दौरान सिंहदेव सदन से बाहर चले गए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उनकी काफी देर बैठक हुई थी। इसके बाद सिंहदेव ने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना। जो कहेंगे सीएम ही कहेंगे।
क्या था मामला?
कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर आरोप लगाया था कि मंत्री ने उनकी हत्या करवाने की कोशिश की थी। बृहस्पति ने FIR भी करा दी थी। 26 जुलाई को विधानसभा में इस पर जमकर हंगामा हुआ। 27 जुलाई को गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू सदन में बयान देने आए तो उन्होंने FIR की कॉपी पढ़कर सुना दी। इस पर विपक्ष भड़क गया कि मुद्दा वह है ही नहीं। इस बीच अचानक सिंहदेव खड़े हुए और बोले कि अब बहुत हो गया, जब तक सरकार उन पर लगे आरोपों पर जवाब नहीं देती, सदन में नहीं आऊंगा। इसके बाद वे विधानसभा के बाहर निकल गए। सिंहदेव ने यह भी कहा कि मेरे और मेरे चरित्र के बारे में यहां सभी जानते हैं। मेरे माता-पिता के व्यवहार और चरित्र से सभी परिचित हैं। उसके बाद भी ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं।