JNU में खाने को लेकर दो गुटों में टकराव, मारपीट, FIR, कई छात्र घायल

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Atul Tiwari
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JNU में खाने को लेकर दो गुटों में टकराव, मारपीट, FIR, कई छात्र घायल

नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) कैंपस में  कावेरी हॉस्टल में लेफ्ट संगठनों और एबीवीपी से जुड़े छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई। कावेरी हॉस्टल में शाम 10 अप्रैल शाम को करीब नॉन-वेज खाने को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो बाद में मारपीट तक पहुंच गया। घटना में कई छात्र चोटिल हुए। दोनों ही छात्र संगठनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। उधर, यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इस मामले में सीनियर अफसरों को इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट बनाने का आदेश दिया है। जेएनयू के छात्र वसंत कुंज पुलिस स्टेशन पहुंचे और नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की।



सबके अपने-अपने तर्क



जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा, ''रामनवमीं के मौके पर यूनिवर्सिटी में पूजा के दौरान लेफ्ट और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू किया था। नॉन-वेज का मुद्दा नहीं है। समस्या रामनवमी के मौके पर कार्यक्रम को लेकर थी।''



उधर, जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष एन साई बालाजी ने बताया, ''हम तुरंत मौके पर पहुंचे। डीन और वार्डन से कहा कि ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए। सबको अपने मन का खाने का अधिकार होना चाहिए। यहां वेज खाना हमेशा उपलब्ध रहता है। 10 अप्रैल शाम को करीब 7.30-7.45 बजे तक हमें पता चला कि एबीवीपी के कुछ गुंडे कुछ जेएनयू छात्रों को पीट रहे हैं। हमने देखा कि एबीवीपी मेंबर कावेरी हॉस्टल के गेट के बाहर से पत्थरबाजी कर रहे हैं, ट्यूबलाइट, लकड़ियों और पत्थरों से हमला कर रहे हैं। महिलाओं से अभद्रता की। हमें किसी की प्रार्थना से कोई समस्या नहीं है। एसएचओ वहीं खड़े थे और उन्होंने कुछ नहीं किया।''



जेएनयू स्टूडेंट यूनियन (JNUSU) की पूर्व उपाध्यक्ष और पीएचडी छात्रा सारिका ने कहा कि एबीवीपी जेएनयू में हिंसा पर उतर आई है, क्योंकि परिसर में नॉनवेज पर बैन की उनकी कोशिशों का अन्य छात्रों ने विरोध किया। 50-60 लोग घायल हो गए हैं।



दक्षिण-पश्चिम के डिप्टी पुलिस कमिश्नर मनोज सी ने कहा, ''फिलहाल स्थित शांत है और दोनों छात्र दल शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। तहरीर मिलने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।''



ऐसा रहा घटनाक्रम



कावेरी हॉस्टल ( लड़कों का हॉस्टल) में हिंदू छात्रों ने नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी पूजा और हवन को लेकर कहा था। हवन का समय 10 अप्रैल को दोपहर 3.30 बजे का था। वहीं, मुस्लिम छात्रों ने हॉस्टल में ही इसी दिन शाम को रोजा खोलने के लिए इफ्तार पार्टी की बात कही थी, ये शाम 5 बजे के बाद होना था। कावेरी हॉस्टल कमेटी और छात्रों ने आपसी सहमति से हिंदू-मुस्लिम के आयोजन एक साथ आयोजित करने का फैसला लिया। रामनवमी की पूजा के समय हॉस्टल में बाहरी छात्र यानी अन्य हॉस्टल के छात्र भी आ गए।



इसी बीच करीब साढ़े चार के बाद रामनवमी की पूजा शुरू हुई। पूजा चल ही रही थी कि दूसरी ओर सामने इफ्तार पार्टी की तैयारी शुरू हो गई। इस इफ्तार पार्टी के लिए नॉन-वेज भी रखा गया था। हिंदू छात्रों ने इसी नॉन -वेज रखने पर आपत्ति की। उनका कहना था कि रामनवमी की पूजा चल रही है और नवरात्रि का आखिरी दिन है, इसलिए हॉस्टल मैस के मैन्यू में नॉन-वेज को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। कावेरी हॉस्टल के ही दोनों पक्षों के छात्रों में अभी नॉन -वेज हटाने पर बात हो रही थी कि अचानक पत्थराव शुरू हो गया। इतने में जेएनयू के अन्य हॉस्टल और कावेरी हॉस्टल के छात्र आपस में उलझ गए और विवाद मारपीट तक पहुंच गया। 


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