नई दिल्ली. पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) का पार्टी से विवाद (Controversy) खत्म होने के नाम नहीं ले रहा। सिद्धू ने 17 अक्टूबर को सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी सिद्धू ने सोशल मीडिया पर शेयर की। बड़ी बात ये कि एक दिन पहले यानी 16 अक्टूबर को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग में नेताओं को नसीहत दी थी कि मीडिया के जरिए बात ना करें। इसके एक दिन बाद ही सिद्धू ने लेटर लिख दिया। 4 पेज की चिट्ठी में सिद्धू ने 13 मुद्दों को उठाया। सिद्धू ने इन पॉइंट्स को 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र (Manifesto) में शामिल करने की मांग की है। सिद्धू ने सोनिया से मिलने का वक्त भी मांगा।
मेरे खिलाफ ताकतवर लोग- सिद्धू
सिद्धू ने लिखा- दशकों पहले पंजाब (Punjab) सबसे अमीर राज्य हुआ करता था और आज ये सबसे ज्यादा कर्जदार राज्य बन गया है। स्वास्थ्य, शिक्षा और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी हर साल कर्ज लेना पड़ रहा है। पंजाब में एक लाख से ज्यादा सरकारी पद खाली हैं। राज्य के शिक्षकों को 4 साल से मिनिमम वेजेस पर काम करना पड़ रहा है। छठे वेतन आयोग को भी 5 साल की देरी से लागू किया जा रहा है।
सिद्धू ने लिखा कि मैं हमेशा गरीब से गरीब व्यक्ति को सशक्त बनाने और आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति को मौका देने की कोशिश करता हूं, लेकिन मेरे खिलाफ ताकतवर लोग हैं। ये लोग माफिया से जुड़े हैं और राज्य चला रहे हैं। 2017 के चुनाव प्रचार और घोषणापत्र में जो 18 सूत्रीय एजेंडा तय किया गया था, उसे राज्य सरकार को पूरा करना चाहिए।
सिद्धू का लेटर
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 17, 2021
पंजाब सरकार पर दबाव बनाने का नया फॉर्मूला
सीधे टकराव के बाद अब सिद्धू ने पंजाब सरकार पर दबाव बनाने के लिए नया फॉर्मूला निकाला। सिद्धू ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर 13 मुद्दे उठाए हैं। जिसमें सोनिया से अपील की गई है कि वह पंजाब सरकार को इस बारे में निर्देश दें कि इन मुद्दों को हल किया जाए। सिद्धू किसी न किसी तरह से पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटाने के बाद सरकार पर दबाव बनाकर सुपर सीएम बनने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी वजह से अब उन्होंने हाईकमान के जरिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर दबाव बनाने की कोशिश की है।