NEW DELHI. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपराज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। राहुल गांधी ने सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू लिया है। इस दौरान उन्होंने सत्यपाल मलिक से जम्मू-कश्मीर के स्थिति, अडानी और पुलवामा हमले, न्यूनतम समर्थन मूल्य, जातिगत जनगणना और मणिपुर हिंसा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सवाल किए। इस साक्षात्कार में सत्यपाल मलिक ने फरवरी 2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले को लेकर फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा और इसे सरकार की असफलता करार दिया। वहीं इस बातचीत में सत्यपाल मलिक ने कहा 2024 के चुनाव में बीजेपी की सरकार वापस नहीं आएगी।
पुलवामा हमले के लिए मोदी सरकार को ठहराया जिम्मेदार
करीब आधे घंटे इस वीडियो में राहुल गांधी और सत्यपाल मलिक कई मुद्दों पर बातचीत करते नजर आ रहे हैं। राहुल से चर्चा में मलिक ने पुलवामा हमले के लिए मोदी सरकार की खामियों को जिम्मेदार ठहराया। राहुल के सवाल पर सत्यपाल मलिक ने कहा, 'मैं यह तो नहीं कहूंगा कि इन लोगों ने हमला कराया। लेकिन इन लोगों की लापरवाही से हुआ और फिर उसका इन्होंने राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल किया। उन्होंने कई बार अपने भाषण में कहा था कि वोट देने जाओ तो पुलवामा को याद रखना।
मुझे कमरे में बंद कर दिया गया : राहुल
इस पर राहुल ने बताया कि पुलवामा अटैक के बाद शहीदों के शव जब एयरपोर्ट पहुंचे तो मैं भी गया था। इस दौरान मुझे एक कमरे में बंद कर दिया गया। वहां सेना के अफसर थे और पीएम भी आ रहे थे, लेकिन मुझे बंद ही रखा। ऐसा लग रहा था कि जैसे वहां एक शो बनाया जा रहा है। सत्यपाल मलिक ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को तो श्रीनगर ही जाना था।
मैंने कहा- हमारी गलती से इतने लोग मारे गए
सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस वक्त पुलवामा अटैक हुआ, मैंने कई बार कोशिश की, लेकिन बात ही नहीं हो पाई। इसके बाद शाम को 5 या 6 बजे फोन आया तो मैंने कहा कि हमारी गलती से इतने लोग मारे गए। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि आप चुप रहिए अभी। इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले के कारण भी बताए। उन्होंने कहा कि CRPF की ओर से पांच विमानों के लिए आग्रह किया गया था, लेकिन चार महिनों तक उनका आवेदन गृह मंत्रालय में पड़ा रहा, जिसे बाद में अस्वीकार कर दिया गया। मलिक बताते हैं कि आवेदन अस्वीकार होने के बाद जवानों ने सड़क से जाने का फैसला किया, जिसे पहले से ही असुरक्षित माना जा रहा था। सीआरपीएफ के जवानों से जो गाड़ी टकराई थी, वह 10 दिनों से घूम रही थी।
जम्मू-कश्मीर को तुरंत राज्य का दर्जा मिलना चाहिए
इंटरव्यू में राहुल गांधी ने पूछा कि आप जम्मू-कश्मीर में थे। वहां की समस्या को लेकर आपकी क्या राय है? इस पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आप फौज से कुछ नहीं कर सकते, लेकिन वहां के लोगों का भरोसा जीतकर कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को तुरंत राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। यूनियन टेरिटरी नहीं बनाना चाहिए था, उनको आर्टिकल 370 हटने से ज्यादा राज्य का दर्जा खत्म करना बुरा लगा। इस मुद्दे पर आगे सत्यपाल मलिक ने कहा कि "इन्हें लगा पुलिस विरोध कर देगी इसलिए ऐसा किया गया जबकि पुलिस भारत के साथ थी, यहां चुनाव कराएं, लेकिन राज्य वापस करें। राहुल गांधी ने कहा कि मैं तो जम्मू गया तो वहां के लोग भी खुश नहीं हैं। मलिक ने कहा कि मैंने सरकार से कहा कि आप राज्य का दर्जा वापस दें तो उन्होंने कहा कि कह दिया होगा, लेकिन क्या जरूरी है दर्जा वापस देना।