दिल्ली. यहां कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के 10 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद दिल्ली में नए वैरिएंट के 20 मामले हो चुके हैं। 40 लोगों के सैंपल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे, जिसमें 10 में इसकी पुष्टि हुई। देश में अब ओमिक्रॉन के 97 मामले सामने आ चुके हैं। एक्सपर्ट्स ने लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत बताई है। देश के 11 राज्यों में यह संक्रमण फैल चुका है।
दिल्ली में 10 गुनी तेजी से फैला
दिल्ली में पहला ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज 5 दिसंबर को मिला था। तब से अब तक 10 दिन में ओमिक्रॉन के मामलों में 10 गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मौत नहीं, लेकिन तेजी से बढ़ना चिंता
राहत की बात ये है नए वैरिएंट से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। हालांकि, नए मरीज मिलने से चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर संक्रमण फैलने की रफ्तार नहीं रुकी तो आने वाले समय में यह 100% रफ्तार के साथ बढ़ेगा। ऐसे में इससे बचाव करना बेहद मुश्किल भरा हो सकता है।
यूके, अमेरिका में बढ़ता खतरा
यूके में एक दिन में रिकॉर्ड 88 हजार 376 केस मिले हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी संक्रमण की भयावहता को लेकर चेतावनी दी है। कोरोना के बढ़ते मामलों और वैक्सीनेशन ड्राइव में तेजी के बीच अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर अमेरिकियों को जॉनसन एंड जॉनसन (J&J) की बजाय फाइजर और मॉर्डना की वैक्सीन लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि J&J की वैक्सीन से बेहद कम, लेकिन गंभीर ब्लड क्लॉटिंग हो सकती है।
सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के सलाहकारों ने कहा कि J&J वैक्सीन लगने के बाद हुई क्लॉटिंग के चलते अब तक अमेरिका में 9 मौतों की पुष्टि हुई है। फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन के साथ ऐसे रिस्क नहीं आती और वे ज्यादा असरदार भी साबित हुई हैं।
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