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New Delhi. कोरोना ने एक बार फिर भारत में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार (1 अक्टूबर) को कोरोना के मामले को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देश में 56 नए मामले सामने आए हैं, वहीं एक्टिव मामले 440 दर्ज किए गए हैं। ये आंकड़े चेतावनी के तौर पर देखे जा रहे हैं। जबकि कुछ दिन पहले दुनिया के वैज्ञानिकों ने एक और संभावित महामारी को लेकर चिंता जताई है। इस महामारी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 'डिजीज एक्स' नाम दिया है। वैज्ञानिकों ने इसे कोरोना से सात गुना खतरनाक बताया था और आशंका जताई थी कि महामारी से 5 करोड़ से भी ज्यादा लोगों की मौत होगी। डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि हो सकता है कि यह दुनिया में फैलना शुरू भी हो चुकी हो। हालांकि भारत में ऐसी कोई बीमारी की जानकारी कोई सूचना नहीं है।
भारत में कोरोना से रिकवरी दर 98.81%
भारत में रविवार सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना से मरने वालों की संख्या 5 करोड़ 32 लाख 32 दर्ज की गई है। इसके साथ ही देश में कोविड मामलों की संख्या 4.49 करोड़ यानी 4 करोड़ 49 लाख 98 हजार 838 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 44 लाख 66 हजार 366 हो गई है। राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत है तो वहीं मामले की मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, देश में अब तक 220.67 करोड़ कोविड वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं।
चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस
गौरतलब है कि दो साल पहले यानी 2019 के दिसंबर से भारत में कोरोना महामारी फैलने लगी थी। चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस लगभग पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है। 2020 और 2021 के दौरान भारत समेत कई देशों में कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता गया। इसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित कर चुका है।
नई महामारी कोरोना से 7 गुना खतरनाक
यूके के हेल्थ एक्सपर्ट्स ने डिजीज एक्स के बारे में कहा है, 'जल्द ही एक नई महामारी देखने मिल सकती है, जो कोविड-19 से भी अधिक घातक साबित होगी। 1918-1920 में स्पैनिश फ्लू से दुनियाभर में 5 करोड़ लोगों की जान गई थी और डिसीज एक्स के कारण भी इतनी ही मौतों की उम्मीद की जा सकती है।’ यूके की वैक्सीन टास्कफोर्स की चेयरमेन रहीं डेम केट बिंघम का कहना है, ‘डिसीज एक्स कोरोना वायरस से 7 गुना अधिक घातक हो सकती है और यह लगभग 5 करोड़ लोगों की जान ले सकती है।’ डब्ल्यूएचओ के डेटा के मुताबिक, दुनिया भर में कोरोना से लगभग 70 लाख मौतें हुई थीं और अब आने वाली महामारी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं और अब डिसीज एक्स को कोरोना से भी खतरनाक माना जा रहा है।
भारत के एक्सपर्ट ने जारी की चेतावनी
गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट की संक्रामक रोग कंसल्टेंट डॉ. नेहा रस्तोगी का कहना है, 'कोविड-19 और इसके अन्य वैरिएंट के कारण अभी भी स्वास्थ समस्याएं सामने आ रही हैं। हेल्थकेयर एक्सपर्ट डिसीज एक्स नाम की एक नई संभावित महामारी की तैयारी कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स ने चेतावनी जारी की है कि नया वायरस स्पैनिश फ्लू जितना जितना विनाशकारी हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डिसीज एक्स के कारण कई तरह के बीमारियों का जन्म हो सकता है जो गंभीर महामारी का कारण बन सकता है और इससे बड़े पैमाने पर इंसान बीमार हो सकता है।'