चंडीगढ़. पंजाब कांग्रेस (Congress)में भारी उथल-पुथल मची हुई है। नए मुख्यमंत्री को बने चंद दिन ही हुए हैं, इस बीच 28 सितंबर को नवजोत सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (PCC Chief) पद से इस्तीफा (Resign) देकर चौंका दिया। इस इस्तीफे से राजनीतिक गलियारों में कई कयास लगाए जा रहे हैं। सिद्धू का इस्तीफा इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि कांग्रेस आलाकमान ने ही उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुना था। सिद्धू के साथ विवाद (controversy) के कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt. Amrinder Singh) को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। वहीं, एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। शीर्ष नेतृत्व ने राज्य नेतृत्व से पहले अपने स्तर पर मामले को सुलझाने को कहा है।
सोनिया को चिट्ठी लिखी
नवजोत सिंह सिद्धू ने सोनिया गांधी को भेजी अपनी चिट्ठी (Letter) में कहा कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है। मैं पंजाब के भविष्य को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता। इसलिए मैं पंजाब प्रदेश अध्यक्ष के पद से तुरंत इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस पार्टी में अपनी सेवाएं देता रहूंगा।
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 28, 2021
पंजाब की राजनीति में लगातार हलचल
18 सितंबर (शनिवार) को अमरिंदर ने पद छोड़ने का ऐलान किया था। इसके दूसरे दिन 19 सितंबर (रविवार) की शाम नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हुई। सुखजिंदर सिंह रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान हुआ। मीडिया में भी सुखजिंदर का नाम चल गया। इसके कुछ घंटे बाद ही कांग्रेस आलाकमान ने दलित चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगाई। सुखजिंदर और ओपी सोनी को डिप्टी सीएम बनाया गया। हाल ही में जिस तरह पंजाब में कैबिनेट विस्तार हुआ, उससे सिद्धू खुश नहीं थे। बताया गया कि जिस तरह कैबिनेट तैयार हुई, उसमें सिद्धू की नहीं चली।
वहीं, चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद जिस तरह की तस्वीरें आई थीं, उस पर भी काफी विवाद हुआ था। जहां सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी का हाथ पकड़े थे, इस पर कांग्रेस के भीतर से ही सवाल खड़े हुए थे।