New Delhi. अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको लेकर आज तीनों सेनाओं की ओर से भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी शंकाओं का समाधान किया गया। इसके बाद भी सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाई जा रही हैं। इस पर सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है।
अग्निपथ योजना पर फर्जी खबरें और भ्रामक जानकारी फैलाने के लिए सरकार ने 35 वॉट्सएप ग्रुपों पर प्रतिबंध लगा दिया। अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले और दुर्भावनापूर्ण गलत सूचना फैलाने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। अगर किसी को गलत सूचना के बारे में संदेह है तो वो पीआईबी का फैक्ट चेक देख सकता है।
युवाओं को दी थी सलाह
19 जून को ही भारतीय सेना के तीनों अंगों द्वारा अग्निपथ योजना के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी। इसमें तीनों सेना के अधिकारियों ने युवाओं को किसी तरह से ना बहकने की अपील की थी। सेना की ओर से कहा गया था कि अगर किसी युवा पर कोई मामला दर्ज है तो वो अग्निवीर नहीं बन पाएगा।
नोएडा पुलिस ने भी जारी की चेतावनी
वहीं गौतमबुद्धनगर (नोएडा) कमिश्नरेट की ओर से भी प्रदर्शन की आड़ में शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास करने वाले असामाजिक तत्वों को कड़ी चेतावनी दी गई है। अपर पुलिस उपायुक्त कानून एवं व्यवस्था आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त हो रही है कि 20 जून को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भारत बंद और दिल्ली कूच करने के नाम पर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया जा सकता है। कमिश्ररेट गौतमबुद्धनगर में धारा 144 लागू है और ऐसे व्यक्ति समूह में या अकेले कानून व्यवस्था बिगाडने का प्रयास करेंगे तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सहारनपुर में 5 हुए थे गिरफ्तार
इससे पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पुलिस ने पांच ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया था, जो अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं को भड़काने का काम कर रहे थे। ये सभी सेना के फर्जी अभ्यर्थी बनकर युवकों को अग्निपथ योजना के खिलाफ भड़का रहे थे। पुलिस जांच में पता चला था कि ये पांचों आरोपी किसी राजनीतिक दल के सदस्य हैं।
केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें साफ कर दिया गया कि अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी और यह भी कि सभी भर्तियां इसी स्कीम के तहत होंगी। 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में आर्मी जॉइन कर लेगा।
बिना पुलिस वेरिफिकेशन के अग्निवीर नहीं बन पाएंगे
सेना की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निपथ के विरोध में कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाने वालों ने छात्रों को भड़काकर प्रदर्शन कराया है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर बनने वाला शपथपत्र देगा कि उसने कोई प्रदर्शन नहीं किया है न तोड़फोड़ की। बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कोई सेना में शामिल नहीं होगा।
पुरी ने कहा कि युवा फिजिकली तैयार हों, ताकि वह हमारे साथ जुड़कर ट्रेनिंग कर सकें। हमने इस योजना को लेकर हाल में हुई हिंसा का अनुमान नहीं लगाया था। सशस्त्र बलों में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है। सभी को लिखित में देना होगा कि वे किसी भी तरह की आगजनी/हिंसा में शामिल नहीं थे।
नौसेना में तैनात होंगी महिला अग्निवीर
इस दौरान भारतीय नौसेना की ओर से कहा गया कि 21 नवंबर से पहला नौसैनिक अग्निवीर बैच ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, आईएनएस चिल्का, ओडिशा में पहुंचना शुरू हो जाएगा। इसके लिए महिला और पुरुष दोनों अग्निवीरों को जाने की अनुमति होगी। भारतीय नौसेना के पास वर्तमान में विभिन्न भारतीय नौसेना के जहाजों पर 30 महिला अधिकारी हैं। वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि हमने तय किया है कि अग्निपथ योजना के तहत महिलाओं की भी भर्ती होगी जिन्हें युद्धपोतों पर भी तैनात किया जाएगा।