NEW DELHI. संसद के मॉनसून सेशन का 26 जुलाई को 7वां दिन था। विपक्ष ने GST और महंगाई को लेकर जोरदार हंगामा किया। इसके बाद राज्यसभा से विपक्ष के 19 सांसदों को एक हफ्ते के लिए निलंबित (Suspend) कर दिया गया। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही पहले एक घंटे और फिर दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
निलंबित सांसदों में सुष्मिता देब, डॉ. शांतनु सेन और डोला सेन के अलावा मौसम नूर, शांता छेत्री, नदीमुल हक, अभीरंजन विश्वास (सभी तृणमूल कांग्रेस) के अलावा ए. रहीम और शिवदासान (लेफ्ट), कनिमोझी (डीएमके), बीएल यादव (टीआरएस) और मोहम्मद अब्दुल्ला का नाम शामिल है। खास बात यह है कि इनमें कांग्रेस का कोई सांसद नहीं है।
4 सांसद पूरे सत्र के लिए सस्पेंड
लोकसभा में 25 जुलाई को भारी हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिड़ला ने कांग्रेस के 4 सांसदों ज्योतिमणी, मणिकम टैगोर, टीएन प्रतापन और राम्या हरिदास को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया था।
सदन में तख्तियां न दिखाएं
स्पीकर ओम बिड़ला ने 25 जुलाई को विपक्षी नेताओं से पूछा था कि आप यहां नारे लगाने आए हैं या जनता से संबंधित मुद्दों को उठाने। देश की जनता चाहती है कि सदन चले, लेकिन यह ऐसे नहीं चल सकता, मैं सदन में ऐसी स्थिति नहीं रहने दूंगा। स्पीकर ने कहा, "अगर आप तख्तियां दिखाना चाहते हैं तो घर के बाहर करें।" इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी थी।