New Delhi. यहां जहांगीरपुरी इलाके में 17 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर पथराव हुआ। उपद्रवियों ने यहां आगजनी भी की, गोलियां भी चलीं। पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक, इलाके में तनाव है, लेकिन हालात पर काबू पा लिया गया है। वहां RAF की दो कंपनियां तैनात की गई हैं। दिल्ली के तमाम संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात है और हाईअलर्ट है।
इलाके में नाइट विजन ड्रोन से निगरानी की गई। स्पेशल पुलिस कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। हालात पूरी तरह कंट्रोल में है। माहौल अब शांतिपूर्ण है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, घटना में एक सब इंस्पेक्टर समेत 6 पुलिसकर्मी और एक अन्य व्यक्ति घायल हुए हैं।
#UPDATE | Situation is under total control; atmosphere is peaceful. We're in continuous touch with people & are appealing to maintain peace & not pay heed to rumours. Adequate number of police officials are here for protection. FIR filed, probe started: Special CP Dependra Pathak pic.twitter.com/91yhNvg1NC
— ANI (@ANI) April 16, 2022
पुलिस पर आरोप
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि उपद्रव होने की आशंका पहले से ही थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में इसे दिल्ली पुलिस की खुफिया विभाग की नाकामी बताया जा रहा है। जहांगीरपुरी में रहने वाले राजबीर ने सवाल किया कि शोभायात्रा निकालते और उसकी तैयारी करते वक्त दंगा होने की आशंका पहले से ही थी तो पुलिस को इस बारे में क्यों नही पता चला। हिंसा को लेकर दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात की और कहा है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
सड़क पर ईंटें, कांच और पत्थर बिखरे पड़े
शोभायात्रा में शामिल लोगों पर हमले के बाद सड़क पर करीब 500 मीटर तक कांच, पत्थर व ईंटें बिखरी थीं। अब सवाल ये है कि आखिर इतनी मात्रा में कांच की बोतलें और पत्थर कहां से आ गए। दिल्ली पुलिस के एक अफसर ने बताया कि जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में जब शोभायात्रा धार्मिक स्थल के पास से गुजर रही थी, तभी उपद्रव हो गया। यहां दोनों पक्षों के लोगों ने नारेबाजी करना शुरू कर दिया था।
उपद्रव शुरू होते ही चारों तरफ भगदड़ मच गई थी। लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह देख रहे थे। एक व्यक्ति ने बताया कि साजिश के तहत उपद्रव हुआ। एक समुदाय ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। हथियार, बोतल और पत्थरों को इकट्ठा किया गया। घटनास्थल के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि दंगा पूरी तरह प्रायोजित था।