DELHI. पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र की सियासत(Maharashtra politics) सुर्खियों में बनी है। शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे(Rebel Shiv Sena MLA Eknath Shinde) ने उद्धव ठाकरे(Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली आघाड़ी सरकार को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस बड़े सियासी उथलपुथल के बाद महाराष्ट्र में शिंदे गुट उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका दिया है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नया दांव चल दिया है। शिंदे ने शिवसेना पर दावा ठोकते हुए 12 सांसदों की परेड लोकसभा स्पीकर के पास करा दी है। शिंदे ने दावा किया है कि शिवसेना के 19 में से 18 सांसदों का समर्थन उनके पास है।
सबसे पहले एकनाथ शिंदे दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मिले। शाह से मुलाकात के बाद वे सीधे लोकसभा स्पीकर के पास 12 सांसदों के पास पहुंचे। महाराष्ट्र सियासी संकट पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में CJI एनवी रमना की बेंच सुनवाई करेगी। वहीं एकनाथ शिंदे अपने गुट के नेताओं को लेकर चुनाव आयोग के पास जाएंगे, जहां वे शिवसेना पर दावा पेश करेंगे।
लोकसभा स्पीकर से मुलाकात के दौरान 12 सांसदों ने एक ज्ञापन भी सौंपा था। उसमें साफ कहा गया था कि उनके गुट के पास पूरा बहुमत है, वे लोग ही बाला साहेब ठाकरे के असल अनुयायी हैं। इसी वजह से मांग हुई थी कि राहुल शेवले को लोकसभा में पार्टी का फ्लोर लीडर माना जाए। इसके अलावा भावना गवाली को भी चीफ व्हिप बनाने की मांग हुई थी। अभी के लिए लोकसभा स्पीकर ने शिंदे गुट की एक बड़ी मांग मान ली है। राहुल शेवले को फ्लोर लीडर मान लिया गया है।
12 सांसदों को केंद्र ने दी वाई प्लस सुरक्षा
शिवसेना के 12 सांसदों को केंद्र सरकार की ओर से वाई प्लस की सुरक्षा दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना के 19 में से 12 सांसद अलग गुट का दावा लोकसभा में पेश कर सकते हैं। ये सांसद मंगलवार को प्रधानमंत्री से भी मिल सकते हैं।
सबकी नजर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पर
महाराष्ट्र संकट को लेकर अब सबकी नजर 20 जुलाई को होने वाली सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पर है। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और हेमा कोहली की पीठ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले खेमे और एकनाथ शिंदे खेमे की याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही शिवसेना की लड़ाई में नया मोड़ आएगा।
राउत बोले- एकजुट है शिवसेना
दूसरी ओर शिवसेना सांसद संजय राऊत ने 12 सांसदों के एक अलग समूह बनाने के दावों को खारिज करते हुए लोकसभा में शिवसेना पार्टी एकजुट है और अगर कोई अलग समूह के साथ बैठक कर रहा है, तो कार्रवाई की जाएगी।