Hyderabad. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जोर-शोर से तैयारी में जुटी है। इसको लेकर हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई। इसमें सनातन धर्म पर चल रहे विवाद को लेकर भी चर्चा की गई। सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत कुछ नेताओं ने अलर्ट करते हुए कहा कि पार्टी को ऐसे मुद्दों से दूर रहना चाहिए और इसमें नहीं फंसना चाहिए। इसी के साथ कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी के एजेंडे में नहीं फंसने की अपील भी की है।
राहुल की सलाह : सनातन विवाद ना फंसे, गरीबों के मुद्दे उठाएं
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने नेताओं को सनातन विवाद में शामिल नहीं होने की सलाह दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इसमें फंसने के बजाय गरीबों और उनके मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि वे पार्टी के पारंपरिक वोट बैंक रहे हैं। राहुल ने कहा, पार्टी को गरीबों के मुद्दे उठाने चाहिए चाहे वो किसी भी जाति के हों। बैठक में भूपेश और दिग्विजय ने बताया कि सनातन धर्म विवाद पर बोलने से पार्टी को नुकसान होगा और भाजपा को फायदा होगा।
चिदंबरम बोले- पार्टी सभी धर्मों का करती है सम्मान
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान सनातन धर्म के मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करने में विश्वास करती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस पार्टी सनातन धर्म के मुद्दे पर किसी भी विवाद में पड़ने को तैयार नहीं है। चिदंबरम ने कहा, मैं डीएमके के लिए नहीं बोल रहा हूं, लेकिन डीएमके ने कहा कि वह किसी भी धर्म के विरोधी नहीं हैं, वे जाति उत्पीड़न और जाति व्यवस्था के साथ चलने वाली चीजों जैसे महिलाओं का दमन, दलितों का उत्पीड़न के विरोधी हैं।
सीमाओं पर चीन की चुनौती, सरकार कुछ नहीं कर रही : चिदंबरम
चिदंबरम ने कहा कि हमारी सीमाओं पर चीन की चुनौती है। विभिन्न स्तरों पर कई बार बातचीत के बावजूद चीनी विरोध में डटे हुए हैं। चिदंबरम ने आरोप लगाया कि हम इलाके खो रहे हैं और चीनी अपने इलाके को बनाए रख रहे हैं या उस पर कब्जा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को बयान दिया था कि कोई भी भारतीय क्षेत्र में नहीं घुसा है। इस बयान का जिक्र करते हुए चिदंबरम ने कहा- मोदी के दावे ने चीन को एक इंच भी पीछे नहीं हटने की अपनी जिद्दी स्थिति बनाए रखने के लिए उकसाया है।
खरगे बोले- मोदी पूरी तरह फेल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी सरकार महंगाई को रोकने, बेरोजगारी, मणिपुर हिंसा और असमानता के मुद्दे पर पूरी तरह फेल रही है। खरगे ने ये भी कहा कि जिस तरह से इंडियन नेशनल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) को कामयाबी मिल रही है, भाजपा सरकार विपक्षी दलों पर कार्रवाई करने में लगी है। हम संसद में विपक्ष की आवाज दबाने की निंदा करते हैं।
सनातन धर्म पर तीन बयान... जिनपर मचा बवाल
1- उदयनिधि स्टालिन : हाल ही में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उन्हें नष्ट कर दिया जाना चाहिए।
2- ए राजा : डीएमके सांसद ए राजा ने कहा कि सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था। उन्होंने कहा, सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए, जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से की है। डीएमके नेता ने आगे कहा, सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए।
3- जगदानंद : बिहार में आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि तिलक लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया। देश मंदिर बनाओ या मस्जिद तोड़ो से नहीं चलेगा। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जगदानंद ने कहा, देश गुलाम किस समय हुआ, क्या उस समय कर्पूरी ठाकुर, लालू प्रसाद, राम मनोहर लोहिया जैसे नेता थे। उन्होंने कहा, देश में हिंदू-मुस्लिम को बांटने से काम नहीं चलेगा।
बीजेपी का पलटवार : मोदी बोले- सख्ती से जवाब दें मंत्री
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों के साथ बैठक की। इस दौरान मोदी ने एनडीए के मंत्रियों से कहा कि सनातन धर्म पर उदयनिधि के बयान का सही से (तथ्यों के साथ) जवाब दिया जाए। इसी के साथ मोदी ने मंत्रियों से कहा कि वे इंडिया बनाम भारत के विवाद में बयानबाजी ना करें।
बीजेपी ने गठबंधन पर साधा निशाना
राजस्थान में रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियों पर वोटबैंक और तुष्टीकरण की राजनीति के लिए सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया। शाह ने कहा, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे समेत अन्य डीएमके नेता कह रहे हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने वोट बैंक की और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिये सनातन धर्म को समाप्त करने की बात की है। हमारी संस्कृति, हमारे इतिहास और सनातन धर्म का अपमान किया है।