इंदौर. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Congress Leader) अपने सरकार विरोधी बयानों के लिए जाने जाते हैं। एक बार फिर उन्होंने इंदौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर हमला बोला। दिग्विजय ने कहा कि संघ दीमक जैसा काम करता है। वो कोई भी काम खुले आम नहीं करता।
ये बोले दिग्विजय: आप ऐसे संगठन से लड़ रहे हैं, ये ऊपर से नहीं दिखता। जैसे दीमक घर में या किसी वस्तु में लगती है, उस तरह से (संघ) काम करता है। जब मैं ऐसा कहूंगा तो सबसे ज्यादा गालियां मैं खाऊंगा, क्योंकि मैंने RSS की तुलना दीमक से कर दी। आरएसएस के लोग मुझसे बहस करें, उनका संगठन है कहां? तुम्हारा अस्तित्व कहां है, रजिस्टर्ड संस्था कहां है? ये केवल गुपचुप तरीके से काम करते हैं। छोटे-छोटे काम करेंगे और खुलेआम कुछ नहीं करेंगे। गुप्त रूप से बात करेंगे, कानाफूसी करेंगे, गलत भावना फैलाएंगे। मैं पूछना चाहता हूं कि आरएसएस ने संगठन के रूप में कोई धरना दिया, आंदोलन किया। कभी, कहीं आम जनता, किसान, मजदूर की लड़ाई लड़ी। कभी ऊपर से नहीं आएंगे। वो आपके घर आएंगे और चाय पीकर जाएंगे।
#RSS दीमक की तरह
इंदौर में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का आरएसएस पर बड़ा हमला। युवक कांग्रेस के आयोजन सिंहनाद में बोले, हिन्दू धर्म को न पहले कभी खतरा था,ना कभी हिन्दू धर्म खतरे में आएगा...@digvijaya_28 @INCMP @IYCMadhya @OfficeOfKNath @BJP4MP @RSSorg pic.twitter.com/mI7pQYjDAD
— TheSootr (@TheSootr) January 10, 2022
विवादों के दिग्विजय
- 5 दिसंबर 2021 (गुना): कांग्रेस की सरकार तो बन गई थी। सिंधिया जी चले गए छोड़कर और 25-25 करोड़ रुपए ले गए एक-एक विधायक का। कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गए। इतिहास इस बात का साक्षी है, एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पे गद्दारी करती है।
घुटना तोड़ पॉलिटिक्स: पिछले दिनों नवंबर में रामेश्वर शर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह हुजूर विधानसभा के कटखेड़ा गांव में कह रहे थे कि यदि कोई कांग्रेस का आदमी आए तो उसके घुटने तोड़ दो। इसके जवाब में 20 नवंबर को दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर कहा- मैं कांग्रेसी हूं, जिसमें ताकत हो तो मेरे घुटने तोड़ दे। मैं गांधीवादी हूं। हिंसा का जवाब अहिंसा से दूंगा।
भागवत को आड़े हाथ लिया था: दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) कई बार संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) पर निशाना साध चुके हैं। दिग्विजय ने संघ प्रमुख को उनके एक बयान पर ट्वीट किया था- कामकाजी महिलाओं को लेकर क्या तालिबान और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारों में समानता नहीं हैं? दोनों को इस पर सोचने की जरूरत है।
इंदौर में मोहन भागवत ने कहा था कि पत्नी का पति से सौदा तय होता है। आप लोग इसे शादी संस्कार कहते हैं। पति, पत्नी से कहता है कि तुम घर संभालो, मैं तुम्हारे खाने-पीने की व्यवस्था कर दूंगा। जब तक कॉन्ट्रैक्ट रहता है, तब तक पति, पत्नी को रखता है। किसी कारण से पति कॉन्ट्रैक्ट पूरा नहीं कर सकता तो उसके छोड़ दो। ऐसे ही चलता है। सब बातों में सौदा है।