मुंबई. क्रूज ड्रग्स केस (Cruise Drugs Case) की जांच से चर्चा में आए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) की मुश्किलें बढ़ रही हैं। अब उनके खिलाफ विजिलेंस (Vigilance) की जांच भी शुरू हो गई है। वानखेड़े अपने पद पर बने रहेंगे या नहीं, इस पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। NCB के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (Deputy DG) ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि समीर वानखेड़े पर लगे भ्रष्टचार के आरोपों की विजिलेंस जांच हो रही है। क्या समीर पद पर बने रहेंगे? इस सवाल पर ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि वह पद पर रहेंगे या नहीं इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता।
दिल्ली जा रहे वानखेड़े
समीर वानखेड़े भी 26 अक्टूबर को दिल्ली आ रहे हैं। दिल्ली स्थित NCB हेडक्वार्टर में भी उनको लेकर चर्चा हो रही है। NCB में उनको लेकर आंतरिक जांच (Investigation) भी हो रही है। ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि जांच को वह (वानखेड़े) सुपरवाइज कर रहे हैं। वे पद पर रहेंगे या नहीं, इस पर कुछ कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच अभी शुरू हुई है।
NCB पर लगे आरोपों पर DG NCB को मुंबई NCB के अधिकारियों ने (मेल के जरिए) एक डिटेल रिपोर्ट सौंपी है। जानकारी के मुताबिक, वानखेड़े के दिल्ली दौरे पर DG सत्यनारायण प्रधान उनसे NCB पर लगे आरोपों पर भी बात करेंगे।
सेशन कोर्ट में NCB का नया हलफनामा
24 अक्टूबर को समीर वानखेड़े पर आरोप लगे। इसके बाद अब NCB ने सेशन कोर्ट में नया हलफनामा दायर किया है। इसमें वानखेड़े की तरफ से कहा गया कि उन्हें केस की शुरुआत से ही टारगेट किया जा रहा है। मेरे परिवार, दुनिया से जा चुकी मां, पिता को निशाना बनाया जा रहा है। जांच को प्रभावित किया जा रहा है, मेरी इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है।
क्रूज रेड को फर्जी बताया था
क्रूज पार्टी से जुड़े ड्रग्स केस के दौरान जो छापा (Raid) पड़ा था, उसमें शाहरुख खान के बेटे आर्यन भी NCB की गिरफ्त में आए थे। छापे को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने फर्जी बताया था। केस में स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सेल ने मामला में 25 करोड़ की डील की बात कही। प्रभाकर ने कहा था कि NCB ऑफिस में उससे कोरे कागज पर साइन कराए गए थे। इसके बाद नवाब मलिक ने यह भी दावा किया कि वानखेड़े मुस्लिम हैं, जिन्होंने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाकर IRS में नौकरी पाई।