HYDERABAD. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में हैदराबाद में छापे मारे हैं। यह छापे हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व क्रिकेटर शिवलाल यादव और पूर्व सचिव अरशद अयूब के ठिकानों पर मारे हैं। ईडी ने कुल 9 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है, जिनमें गद्दान विनोद के ठिकाने भी शामिल हैं। बता दें कि विनोद कांग्रेस नेता जी विवेकानंद के भाई हैं जो तेलंगाना विधानसभा चुनाव में सबसे रईस प्रत्याशी भी हैं।
ईडी ने जारी किया बयान
ईडी ने अपने बयान में बताया है कि मंगलवार को धनशोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत विनोद, शिवलाल यादव और अरशद अयूब के 9 ठिकानों पर छापे डाले थे, एसएस कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय और कंपनी के एमडी सत्यनारायण के आवास पर भी तलाशी ली गई। जिसमें डिजिटल उपकरण, आपत्तिजनक दस्तावेज और 10 लाख रुपए से ज्यादा नगदी बरामद हुई है।
बीजेपी छोड़ी, कांग्रेस में शामिल हुए जी विवेकानंद
ईडी ने जिस गद्दाम विनोद के यहां छापेमारी की वे गद्दाम विवेकानंद के भाई हैं जो हाल ही में बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे। आरोप है कि विनोद के परिसर का उपयोग जी विवेकानंद ही कर रहे थे। परिसर का उपयोग स्वामित्व और नियंत्रण वाली कंपनियों के ऑफिस के रूप में किया जा रहा था।
यह है मामला
मामला हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए उपकरणों की खरीद में गंभीर अनियमितता से संबंधित है। जिस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मामला दर्ज किया था। जांच में यह भी पता चला कि खरीदी के टेंडर में उचित टेंडर नियमों का पालन न करते हुए मनमाने ढंग से बाजार दरों से ज्यादा कीमत पर खरीदी की गई।
छापे के दौरान तलाशी में आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए, जिससे पता चलता है कि विसाका इंडस्ट्रीज और इसकी समूह कंपनियां नियमित रूप से अपनी रियल एस्टेट गतिविधियों से संबंधित बड़े मूल्य के नकद लेनदेन और नगद भुगतान में लिप्त रही हैं।