नई दिल्ली. चुनाव आयोग (Election Commission) ने 8 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया। 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में 7 चरणों में चुनाव होंगे। चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी से उत्तर प्रदेश से होगी। 10 मार्च को रिजल्ट आ जाएगा। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ ही पांचों राज्यों में आचार चुनाव संहिता (Model Code Of Conduct) लागू हो गई है।
ऐसे होंगे चुनावी चरण
- यूपी में 7 चरणों में चुनाव होगा। पहला फेज- 10 फरवरी, दूसरा-14, तीसरा-20 फरवरी, चौथा- 23 फरवरी, पांचवां- 27 फरवरी, छठा- 3 मार्च, सातवां- 7 मार्च को होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त की मुख्य बातें
- CEC सुशील चंद्रा ने कहा कि देश में 5 राज्यों की 690 विधानसभाओं में चुनाव कराए जाएंगे। 18.34 करोड़ वोटर चुनाव में हिस्सा लेंगे। कोरोना के बीच चुनाव कराने के लिए नए प्रोटोकॉल लागू किए जाएंगे। हमने इस बार तीन उद्देश्यों पर काम किया है। कोविड फ्री चुनाव, मतदाताओं की सहूलियत और ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं की भागीदारी। कोरोनावायरस के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन यह हमारा कर्तव्य है।
चुनाव प्रचार को लेकर चुनाव आयोग सख्त
- पदयात्रा, रोड शो, साइकिल-बाइक रैली, नुक्कड़ सभाओं पर 15 जनवरी तक रोक लगा दी गई है। रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक कोई रैली नहीं होगी। प्रचार में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन जरूरी होगा।
कहां-किसकी सरकार: 5 राज्यों में से 4 राज्यों में एनडीए की सरकार है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी, गोवा में प्रमोद सांवत, मणिपुर में नोंगथोम्बम बीरेन सिंह और पंजाब में कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री हैं।
चुनाव आयोग के सामने ये चुनौती: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के बीच एक राज्य चुनाव आयोग के लिए चुनौती बन गया है। मणिपुर में अब तक महज 45% से कुछ ज्यादा लोगों को कोरोना के दोनों डोज लग पाए हैं, जबकि 57% लोगों को पहला डोज लगा है। ऐसे में संक्रमण के खतरे की आशंका और बढ़ रही है।
अन्य चुनावी राज्यों में वैक्सीनेशन
- पंजाब में भी 43% लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। 77% लोगों ने पहली डोज ले ली है।