SRINAGAR. जम्मू-कश्मीर में राजौरी और अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई हैं। इस मुठभेड़ में 3 अफसर और 2 जवान शहीद हो गए। जबकि तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। वहीं सेना ने 3 आतंकियों को मार गिराया है। इस मुठभेड़ में केंट नाम का आर्मी डॉग ने भी शहादत दी हैं। सेना के जवानों में राजौरी एनकाउंटर साइट से दो AK-47, 7 मैग्जीन, 2 बीपी जैकेट, करीब तीन दर्ज राउंड एम्यूनिशन बरामद किए हैं।
सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई फायरिंग
बुधवार को अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर उस वक्त फायरिंग कर दी जब सेना के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इसमें कर्नल मनप्रीत सिंह शहीद हो गए। दूसरी तरफ राजौरी में सोमवार से ही मुठभेड़ हो रही है। इसमें सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के कमांडिंग कर्नल मनप्रीत सिंह और एक मेजर आशीष धोनैक शहीद हो गए हैं, वह ऑफ वीट 19RR की कमान संभाल रहे थे, वहीं इस मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं भट भी शहीद हो गए हैं। इस ऑपरेशन में सेना का डॉगी भी शहीद हो गया है।
आतंकियों के खिलाफ शुरू किया था अभियान
अधिकारियों ने कहा कि गाडोले इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार (12 सितंबर) की शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था। उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह आतंकवादियों की तलाश फिर शुरू की गई जब सूचना मिली कि उन्हें एक ठिकाने पर देखा गया है।
हैंडलर के बचाने के लिए आर्मी डॉग शहीद
सैन्य अधिकारी के मुताबिक कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, बाद में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि भट की जान ज्यादा खून बह जाने के कारण गई। राजौरी में हुई मुठभेड़ में शहीद हुए आर्मी डॉग का नाम केंट था। इस आर्मी डॉग ने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी, और खुद शहीद हो गया। यह हादसा तब हुआ जब वो भाग रहे आतंकियों की तलाश करने के लिए जवानों की एक यूनिट का नेतृत्व कर रहा था। इस दौरान वो भारी गोलाबारी की चपेट में आ गया। छह वर्षीय मादा लैब्राडोर केंट सेना के 21 आर्मी डॉग यूनिट में शामिल था। भारतीय सेना ने तिरंगे में लपेटकर केंट को सम्मान दिया है।
खराब मौसम में भारतीय सेना का तलाशी अभियान
ADG मुकेश सिंह ने कहा कि खराब मौसम के बावजूद, सुरक्षा बलों ने राजौरी शहर से 75 किलोमीटर के इलाके में चारों ओर पूरी रात घेराबंदी की और सुबह आस-पास के इलाकों में तलाशी बढ़ा दी।