रायपुर. छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार में खाद्य मंत्री, गृह मंत्री रहे और मौजूदा (रामपुर, कोरबा) विधायक ननकी राम कंवर की अपने साथ हुई ठगी के मामले में FIR कराना है, लेकिन पुलिस FIR नहीं कर पा रही। कंवर का आवेदन कोतवाल और कोरबा एसपी तक ना केवल पहुंचा, बल्कि उन्हें रिसीविंग की कॉपी भी मिल चुकी है।
ये है मामला: मामला डीएमएफ (District Mineral Foundation- DMF) में गड़बड़ी का है, जिसमें कोरबा कलेक्टर IAS रानू साहू के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखित शिकायत बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने भेजी है। शिकायत के भेजे जाने के बाद वॉट्सऐप के जरिए एक लेटर मीडिया तक पहुंचा। यह चिट्ठी पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर के लेटरपैड पर उनके कथित हस्ताक्षर के साथ थी। इसमें विधायक सौरभ सिंह के आरोपों को खारिज करते हुए कोरबा जिले के डीएमएफ क्रियान्वयन की पुरजोर तारीफ की गई थी।
कंवर का यह लेटर भी प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित था। इसमें लिखा था- आदिवासी, वरिष्ठ भाजपा विधायक हूं, पत्र के विषय में उल्लेखित है-छत्तीसगढ़ राज्य में जिला न्यास मद की राशि का दुरुपयोग करने के संबंध में की गई शिकायत का खंडन करने बाबत, पत्र की कॉपी राज्यपाल और मुख्य सचिव को भेजी गई है।
राजनीतिक उठा-पटक: महज 24 घंटे के भीतर डीएमएफ मसले पर बीजेपी के ही 2 विधायकों के एक-दूसरे के उलट पत्र सामने आते ही सियासी घमासान मच गया। यह स्वाभाविक था कि इसे बीजेपी के भीतर घमासान का सार्वजनिक प्रदर्शन समझा जाता। ये इसलिए भी समझा गया, क्योंकि ननकी राम कंवर के पत्र के सामने आते ही मीडिया में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में ननकी राम को मिलने वाली अहमियत और कई मुद्दों पर पार्टी को ही भौंचक कर देने वाले उनके बयानों और तल्ख तेवर की स्मृति ट्रेन दौड़ गई।
लेकिन कुछ ही घंटों में ननकी राम का प्रेस को दिए बयान वीडियो सामने आया। इसमें उन्होंने उनके कथित दस्तखत से वायरल पत्र को खारिज करते हुए विधायक सौरभ सिंह और उनके आरोप को लेकर कहा कि सौरभ सिंह जी योग्य विधायक हैं, समझदार लोग ही विधायक बनते हैं, वो क्या कहते हैं, क्या लिखते हैं उस पर मैं क्या कहूंगा। मैंने कोई पत्र नहीं लिखा है। विधायक जी ने जो पत्र लिखा है, मैं उसके विरुद्ध क्यों लिखूँगा?
कहानी जारी रही: ननकीराम के प्रेस को दिए बयान के बाद भी मामला नहीं थमा। कुछ ही देर बाद उनका वह पत्र सामने आया, जो उन्होंने कोतवाल और एसपी को दिया है। इसमें लिखा है- माननीय विधायक सौरभ सिंह द्वारा माननीय प्रधानमंत्री महोदय जी को संबोधित शिकायती आवेदन पत्र के विरुद्ध मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर लेटरहैड दुरुपयोग किया गया है। मेरे द्वारा किसी प्रकार से पत्राचार नहीं किया गया। मेरे जाली दस्तखत कर लेटरपैड का गलत इस्तेमाल किया गया, जो गंभीर अपराध है। हालांकि, अभी तक ननकीराम की शिकायत पर FIR नहीं लिखी गई है।
क्या बोले मुख्यमंत्री: दिल्ली दौरे से लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मामले पर कहा कि DMF फंड हैं, जिसमें जनप्रतिनिधि और अधिकारी उस पर निर्णय करते हैं। सारी चीजें पारदर्शी तरीके से हो रही हैं। अगर कोई शिकायत है तो हम दिखवा लेंगे।