ललितपुर. मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश में भी खाद संकट (UP Fertilizer Crisis) को लेकर कांग्रेस (Congress) एक बार फिर योगी सरकार (Yogi Govt) पर हमलावर है। खाद की किल्लत पर दो किसानों की जान चली गई। इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) यहां मृतक किसानों के परिजनों से मिलने पहुंचीं।
प्रियंका का सीधा हेडऑन
प्रियंका ललितपुर से पाली तहसील पहुंचकर मृतक किसानों के परिवारों से मिलीं। कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'यूपी सरकार की कुव्यवस्था से उपजी खाद की कमी के चलते लाइन में खड़े-खड़े किसानों की मृत्यु हो गई थी। सभी किसानों ने खेती के लिए भारी- भरकम कर्ज लिए थे और सरकार की नीतियों के चलते कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे थे। खाद ना मिलना, मुआवजा ना मिलना और फसल बर्बादी से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही थीं।'
कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी ने खाद की लाइन में भाजपाई अव्यवस्था का शिकार होकर प्राण गंवाने वाले किसानों की बेटी के दर्द को करीब से समझा और संवेदना व्यक्त की।
प्रियंका गांधी जी ने किसान परिवारों के कर्ज की अदायगी का वादा किया। pic.twitter.com/e5YjagAepe
— Congress (@INCIndia) October 29, 2021
कुलियों से भी मिलीं प्रियंका
प्रियंका ने 28 अक्टूबर की रात ललितपुर जाते समय लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर कुलियों से मुलाकात की। कुलियों ने उन्हें अपनी आजीविका से जुड़ीं समस्याएं बताईं, जिस पर प्रियंका ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी ने ललितपुर जाते समय चारबाग रेलवे स्टेशन पर कुलियों के संवाद किया और उनकी समस्याओं को जाना।
कांग्रेस देश के प्रत्येक वर्ग की लड़ाई को लड़ेगी, हम किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। pic.twitter.com/xJJpfOW6kB
— Congress (@INCIndia) October 29, 2021
सपा, बसपा और किसान संगठन भी सरकार को घेरने में जुटे
लखीमपुर घटना के बाद खाद को लेकर किसानों का विरोध सरकार के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। खाद के मुद्दे पर हो रही सियासत में सपा और बसपा के अलावा किसान संगठन भी सरकार को घेरने में लगे हैं। सपा के प्रदेश महासचिव ने मृत किसानों के परिजनों के घर जाकर कहा कि सपा सरकार बनने पर मृत किसान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने का काम करेंगे। खरीफ की फसल से बर्बाद हुए किसानों को बारिश होने से उम्मीद थी कि इस बार रबी की फसल ठीक होगी, लेकिन बुआई से पहले ही डीएपी की किल्लत ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।