नई दिल्ली. कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं। अब पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा। इसमें अश्ववी ने लिखा है कि वे पार्टी से बाहर रहकर राष्ट्रीय मुद्दों पर बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं। उन्होंने पार्टी को धन्यवाद भी कहा है।
गरिमा के अनुरूप काम करूंगा: अश्वनी कुमार ने अपने रिजाइन में लिखा- इस मामले पर विचार करने के बाद मैंने यह निष्कर्ष निकाला कि मौजूदा परिस्थितियों और अपनी गरिमा के अनुरूप मैं पार्टी के दायरे से बाहर रहकर राष्ट्रीय मुद्दों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकता हूं। 46 साल पार्टी से जुड़े रहने के बाद इस उम्मीद से पार्टी छोड़ रहा हूं कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिकल्पित लोकतंत्र के वादे को पूरा करने में सक्रिय रूप से आगे बढ़ता रहूंगा।
Former Union Law Minister Ashwani Kumar resigns from Congress pic.twitter.com/BwUuqhqSH6
— ANI (@ANI) February 15, 2022
पंजाब में बड़ा झटका: अश्वनी पंजाब से राज्यसभा सांसद थे। ऐसे में 2022 विधानसभा चुनाव से ऐन पहले उनका इस्तीफा कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। यह इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि अश्वनी, सोनिया गांधी के वफादार माने जाते थे। जी-23 नेताओं (23 कांग्रेसी नेताओं का वो गुट, जिन्होंने पार्टी में बदलाव की पहल की थी) के समय में भी उन्होंने सोनिया गांधी का बचाव किया था।
कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं रही: एक टीवी चैनल से बात करते हुए अश्वनी ने कहा कि मैं किसी पार्टी को अछूता नहीं मानता। कांग्रेस का भविष्य अंधकार में है। पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे कई लोगों को चौंकाने वाले हैं। पार्टी नेतृत्व (कांग्रेस आलाकमान) को सोचना चाहिए कि पार्टी के निष्ठावान लोग क्यों धीरे-धीरे पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। मैंने ये फैसला अपनी अस्मिता और सम्मान को समक्ष रखकर लिया गया है। कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं रही, जो पहले थी।