लखनऊ. उत्तरप्रदेश के पूर्व सीएम कल्याण सिंह (kalyan singh) का शनिवार को लखनऊ में निधन हो गया। 89 साल के कल्याण सिंह (बाबू जी) ने SGPGI अस्पताल में अंतिम सांसे ली। डॉक्टरों ने बताया की सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हुआ है। उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
पीएम मोदी, राजनाथ सिंह ने जताया शोक
उनके निधन पर पीएम मोदी (pm modi) ने ट्वीट कर लिखा कि मैं काफी दुखी हूं। कल्याण सिंह जी...राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान थे। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि श्री कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है।
तीन बार यूपी के सीएम बने
कल्याण सिंह तीन बार उत्तरप्रदेश के सीएम बने। वह भाजपा के यूपी में पहले मुख्यमंत्री भी थे। पहले कार्यकाल में 24 जून 1991 से 6 दिसम्बर 1992 तक और दूसरी बार 21 सितंबर 1997 से 21 फरवरी 1998 तक CM रहे। तब उनकी सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था। हालांकि, अगले दिन 22 फरवरी 1998 को वे तीसरी बार मुख्यमंत्री बने और 12 नवंबर 1999 तक इस पद पर रहे।
विवादित ढांचे के विध्वंस के बाद छोड़ दिया पद
6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस की घटना हुई थी। इस दौरान कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी लेते हुए कल्याण सिंह ने कहा था कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश नहीं देंगे। 1992 में विवादित ढांचे के विध्वंस के बाद कल्याण ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।
अधूरी रह गई आखिरी ख्वाहिश
कल्याण ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि वह अयोध्या में बनने जा रहे भगवान राम के मंदिर में दर्शन कर अपने प्राण त्यागें। हालांकि, उनकी यह इच्छा नहीं पूरी हो पाई। भगवान राम के मंदिर बनने को लेकर कल्याण सिंह ने कहा कि ये उन लोगों को समर्पित है, जिनके संघर्ष के बल पर राम मंदिर का आंदोलन आज इस मुकाम पर पहुंचा है।