हैदराबाद. यहां स्थित हेटरो फार्मास्यूटिकल ग्रुप (Hetero Pharma) पर आयकर विभाग (Income Tax) ने छापेमारी की। इस दौरान विभाग ने 142 करोड़ रुपए कैश (Cash) बरामद किए। इतनी बड़ी तादाद में कैश मिलने पर अफसर भी दंग रह गए। सोशल मीडिया (Social Media) पर नोट भरी आलमारी की फोटो वायरल हो रही है। आइए जानते हैं पूरा मामला...
50 जगहों पर हुई थी तलाशी
रिपोर्ट के मुताबिक, इस छापेमारी में 550 करोड़ रुपए की बेहिसाब आय का पता चला। हैरान करने वाली बात ये रही कि 142 करोड़ का तो सिर्फ कैश मिला। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर में अलमारियों में भारी मात्रा में कैश भरा हुआ दिख रहा है। हाल ही में हेटरो फार्मास्यूटिकल ग्रुप पर IT डिपार्टमेंट ने 6 राज्यों में करीब 50 जगहों पर तलाशी अभियान (Searching) चलाया था।
क्या करती है कंपनी?
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) ने बताया कि हेटरो ग्रुप फार्मास्यूटिकल उत्पादों के प्रोडक्शन (Production), फॉर्मूलेशन (Formulation) के निर्माण के कारोबार में है। इसके ज्यादातर उत्पाद (Products) को अमेरिका (US) और दुबई (Dubai) जैसे देशों और कुछ अफ्रीकी और यूरोपीय देशों को निर्यात (Export) किया जाता है।
सुर्खियों में रहा ग्रुप
हेटरो ग्रुप COVID-19 के इलाज के लिए रेमेडिसविर (Remdesivir) और फेविपिरविर (Favipiravir) जैसी दवाओं को लेकर भी सुर्खियों में आया। इसकी भारत, चीन, रूस, मिस्र, मैक्सिको और ईरान में 25 से ज्यादा जगहों पर प्रोडक्शन फैसिलिटी हैं। कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि उसे अस्पताल में भर्ती वयस्कों (Adults) में कोरोना के इलाज के लिए Tocilizumab के बायोसिमिलर वर्जन के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। 7,500 करोड़ वाली ये फार्मा कंपनी उन फर्मों में से एक है, जिसने भारत में रूसी वैक्सीन Sputnik V बनाने के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (FDI) के साथ करार किया है।