NEW DELHI. कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष कौन होगा, इसके लिए सरगर्मियां बढ़ गई हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे चल रहा है। गहलोत 21 सितंबर को दिल्ली पहुंचे और सोनिया गांधी से मुलाकात की। गहलोत में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा- अगर पार्टी सोचती है कि मेरी पार्टी अध्यक्ष या मुख्यमंत्री पद पर जरूरत है तो मैं मना नहीं कर सकता। मैं राहुल गांधी से एक बार और पार्टी अध्यक्ष बनने की रिक्वेस्ट करूंगा। अगर वे (राहुल गांधी) पार्टी अध्यक्ष के रूप में भारत जोड़ो यात्रा करेंगे तो इससे अलग ही प्रभाव पड़ेगा। समय बताएगा कि मैं कहा रहूंगा, कहां नहीं रहूंगा। एक पद, एक व्यक्ति फॉर्मूला पर उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा तो ये है कि मैं किसी पद पर न रहूं, क्योंकि मैं बहुत पद पर रह चुका हूं। मेरे उपस्थिति से पार्टी को फायदा होना चाहिए, कांग्रेस मजबूत होना चाहिए
वहीं, राजस्थान के ही कद्दावर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि ज्यादातर राज्य चाहते हैं कि राहुल गांधी को ही कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए। वो चुनाव लड़ेंगे या नहीं, ये फैसला उन्हीं का होगा। एक बात तय है कि 17 अक्टूबर को पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा।
राहुल से मिलकर आगे की स्ट्रैटजी बनाएंगे गहलोत
अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में राहुल गांधी को आखिरी बार मनाने की बात की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि राहुल नहीं माने, तब खुद नामांकन करेंगे। राहुल की कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नामांकन के लिए हां या ना सुनने के बाद वे दिल्ली लौटेंगे। राहुल की अंतिम राय के बाद आगे का मूवमेंट तय होगा।
पिछले दिनों कांग्रेस डेलिगेट्स की बैठक में भी गहलोत ने हाथ खड़े करवाकर राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग वाला प्रस्ताव पारित कराया था। गहलोत की कोच्चि यात्रा भी इसी एक्सरसाइज के तौर पर देखी जा रही है। गहलोत का दिल्ली और कोच्चि दौरे के बाद आगे भी दौरों का प्रोग्राम है। अगले तीन से चार दिन तक गहलोत दिल्ली में रहकर अध्यक्ष के चुनाव की रणनीति बनाएंगे।
अशोक गहलोत की ताकत
- केंद्र और संगठन का 40 साल का अनुभव है।
22 सितंबर से शुरू होगी चुनाव प्रक्रिया
- 22 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा।