INTERNATIONAL DESK. पिछले छह दिन से चल रहे इजरायल और फलस्तीन के बीच युद्ध में अब पाकिस्तानी हथियारों की एंट्री हो गई है। खबरें आ रही हैं कि यूक्रेन पाकिस्तान से मिले हथियारों को काले बाजार में हमास समेत पश्चिम एशिया और यूरेशिया के अन्य आतंकी संगठनों को बेच रहा है। इन खबरों के बाद भारत सरकार अलर्ट हो गई है। बताया जा रहा है कि रूस से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन को पाकिस्तान ने बड़े पैमाने पर हथियार बेचे थे। यही हथियार अब हमास जैसे आतंकियों तक पहुंच रहे हैं। यूक्रेन का पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका के कई नॉन स्टेट एक्टर्स को हथियार बेचने का पुराना इतिहास रहा है। ऐसे में अब पाकिस्तान भी घेरे में आ सकता है।
ईटी की रिपोर्ट : हथियार पोलैंड और जर्मनी के जरिए यूक्रेन तक पहुंच रहे
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान यूक्रेन को प्रमुखता से हथियार बेचने वाले देशों में शामिल है। पाकिस्तान साल 2022 से ही यूक्रेन को गोला बारूद तीसरे देश के माध्यम से बेच रहा है। पाकिस्तान को ऐसा करने में पश्चिमी देश भी मदद कर रहे हैं। ये हथियार पोलैंड और जर्मनी के जरिए यूक्रेन तक पहुंच रहे हैं। पिछले दिनों यूक्रेन के विदेश मंत्री भी अचानक से इस्लामाबाद पहुंचे थे और हथियारों की सप्लाई को तेज करने के लिए गुहार लगाई थी। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने तो पाकिस्तान के ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड से सीधे समझौता किया था। ऐसे में ये सुबूत काफी हैं कि पाकिस्तान आतंकियों को हथियार सप्लाई कर रहा है।
यूक्रेन ने हथियारों के बदले पाकिस्तान को दिए एमआई 17 हेलिकॉप्टर
पाकिस्तान के हथियारों का जखीरा अमेरिकी झंडे वाले जहाज की मदद से जून में जार्डन और फिर पोलैंड तक पहुंचा था। यहां से उसे यूक्रेन भेजा गया था। इसमें एयर डिफेंस के वीइकल, रॉकेट लॉन्चर, गोलियां और कजपुर्जे शामिल थे। यूक्रेन और भारत के दुश्मन पाकिस्तान के बीच रक्षा संबंध पिछले 3 दशक से बहुत मजबूत रहे हैं। पाकिस्तान को यूक्रेन से कई घातक हथियार मिले हैं। बताया जा रहा है कि यूक्रेन ने पाकिस्तान को हथियारों के बदले में एमआई 17 हेलिकॉप्टर के इंजन दिए हैं।
पाक के हथियारों की क्वालिटी खराब, रॉकेट फुस्स निकले, यूक्रेन परेशान
यूक्रेन पाकिस्तान के हथियारों की क्वालिटी से बहुत परेशान है। पाकिस्तानी तोप के गोले ने अमेरिका की एम 777 तोप को बर्बाद कर दिया। यही नहीं, पाकिस्तानी रॉकेट भी फुस्स निकल रहे हैं। ऐसी खबरें आई हैं कि हमास को तालिबान से भी अमेरिकी हथियार मिले हैं, जिसे वे छोड़कर चले गए थे। इसके अलावा हमास को ईरान से ड्रोन और रॉकेट तकनीक मिली है जिसका इस्तेमाल उसने इजरायल के खिलाफ हमले में भी किया है। हमास जैसे आतंकी संगठनों को इतने घातक हथियार मिलना भारत ही नहीं दुनिया के अन्य देशों के लिए भी बड़ा खतरा है। पाकिस्तानी आतंकी भी इन ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं।