DELHI: 20 राज्यों में कहर बनकर टूट रही बारिश,  गुजरात और महाराष्ट्र में हाहाकार, अब तक 139 की मौत, नदी नाले उफान पर

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Vivek Sharma
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DELHI: 20 राज्यों में कहर बनकर टूट रही बारिश,  गुजरात और महाराष्ट्र में हाहाकार, अब तक 139 की मौत, नदी नाले उफान पर

Delhi. देश के अधिकांश राज्यों में मानसून सक्रिय हो गया है और 20 से अधिक राज्यों में बारिश हो रही है। गुजरात में अब तक 63 की मौत हो चुकी है। वहीं, महाराष्ट्र में एक जून से अब तक बारिश और बाढ़ से हुए हादसों में 76 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में ही 9 लोग मारे गए हैं। इस बीच, मध्यप्रदेश में बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई है। देश के 20 राज्यों में बारिश अब कहर बनकर टूट रही है। जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के खतरे को देखते हुए कई राज्यों में अलर्ट जारी हो गया है। अनेक राज्यों में नदी नाले उफान पर हैं।



गुजरात में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त



गुजरात में लगातार हो रही बारिश के कारण 6 जिलों में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और हालात की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र की ओर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वोत्तर राज्य असम, मेघालय के बाद अब मध्यप्रदेश में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।



 9000 लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए 



गुजरात में भारी बारिश के कारण 174 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। बाढ़ से सबसे ज्यादा नवसारी और वलसाड जिले प्रभावित हैं। एनडीआरएफ और एडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच कर राहत और बचाव का काम कर रही हैं। अब तक 9000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इधर, स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक गुजरात में भारी बारिश की संभावना जताई है। फिलहाल एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की 16 प्लाटून तैनात की गई हैं। वडोदरा से एनडीआरएफ की एक प्लाटून मदद के लिए छोटा उदयपुर भेजी गई है। राज्य में भारी बारिश के कारण 388 सड़कें बंद रहीं।



मप्र के 33 जिलों में भारी बारिश के आसार



मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत 33 जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग की ओर से केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। तेलंगाना में गोदावरी नदी ने दूसरे खतरनाक स्तर के निशान को पार कर गई है। दिल्ली-एनसीआर और मध्यप्रदेश में सोमवार को बारिश हुई तो वहीं, राजस्थान में अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।



टापू बना विदिशा 



राजधानी भोापाल से सटे विदिशा जिले में भी बारिश कहर बनकर टूट पड़ी। यहां बारिश ने तबाही मचा दी। साढ़े तीन घंटे में हुई साढ़े आठ इंच तेज बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए। घरों में पानी घुस गया और उफान पर आए नाले में कार व आटो बह गए। कई बस्तियों के मकान भी धराशायी हो गए। लोग बोले- 25 साल में ऐसी बारिश कभी नहीं देखी। वर्ष 2016 में 19 और साल 2020 में 18 सेमी बारिश हुई थी लेकिन इस बार मानो बादल ही फट गए हो। पुलिस लाइन में पुलिसकर्मी के परिवार फंस गए। एसपी मोनिका शुक्ला खुद बचाव दल के साथ लाइन में पहुंची और फंसे परिवारों का रेस्क्यू किया। वहीं रायसेन में 24 घंटे में 7.2 इंच बारिश से 80% शहर जलमग्न हो गया। बाड़ी के पनागर में नदी के बीच फंसे बुजुर्ग को रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया।



 नर्मदा का जलस्तर 2.8 फीट बढ़ा



शहर में रविवार शाम से सोमवार शाम तक 4.4 इंच से अधिक बारिश हुई। निचले इलाके के घरों में पानी घुस गया। 10 जुलाई को नर्मदा के सेठानी घाट पर 935.50 फीट पानी था। 11 जुलाई को यह 2.80 फीट बढ़कर 938.30 फीट पहुंच गया। सोमवार रात 8 बजे तवा डेम का जलस्तर 1141.50 फीट हो गया। दूसरी ओर पचमढ़ी और केचमेंट एरिया में बारिश तथा सारणी डैम के गेट खुलने से तवा में पानी तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार सुबह लेवल 1137 फीट था जो 12 घंटे में साढ़े 4 फीट बढ़ गया। 



छिंदवाड़ा-नागपुर रोड 4.30 घंटे तक बंद रहा



जिले में कई नदी-नालों के उफान पर आने से आम जन-जीवन भी प्रभावित हो गया। सौंसर में 48 घंटों में ही रिकॉर्ड 15 इंच बारिश हो गई। सौंसर व आसपास के 50 से अधिक गांव बाढ़ व अतिबारिश से प्रभावित हुए हैं। सोमवार को छिंदवाड़ा-नागपुर मार्ग पर रामाकोना के पास गहरानाला उफान पर आ जाने से लगभग साढ़े चार घंटे राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा। 50 से अधिक गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया। नागपुर मार्ग पर ही खुटामा नाले में आई बाढ़ से नाग मंदिर पूरी तरह डूब गया। गहरानाला उफान पर आने से नागपुर मार्ग दोपहर 2.30 बजे बंद हो गया जो शाम 6 बजे के बाद शुरू हो सका।



महाराष्ट्र के रत्नगिरि समेत 12 जिलों में अलर्ट



महाराष्ट्र के रत्नगिरि समेत 4 जिलों में ऑरेंज और 8 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। प्रशासन की ओर से संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।



 भीमाशंकर मंदिर मार्ग पर भूस्खलन, कोई हताहत नहीं



महाराष्ट्र के पुणे जिले में प्रसिद्ध भीमाशंकर मंदिर मार्ग पर भारी बारिश के बाद सोमवार को तड़के भूस्खलन हो गया। अधिकारियों ने बताया कि मलबे में कोई फंसा नहीं है और न ही कोई घायल हुआ है। बता दें कि खेड़ तालुका में पुणे से लगभग 100 किलोमीटर और मुंबई से 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर स्थित भीमाशंकर मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।

 पोखरी घाट पर तड़के करीब तीन बजे भूस्खलन हुआ। पुलिस ने कहा कि मलबे के कारण घोड़ेगांव-भीमाशंकर मार्ग आंशिक रूप से बाधित हो गया। भूस्खलन के कारण मार्ग आंशिक रूप से बाधित हो गया था, लेकिन फिर एक तरफ वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग खुला है। मलबे को हटाया जा रहा है। पुणे में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। वहीं, नासिक में गोदावरी नदी के किनारे कई मंदिरों में पानी घुस गया है। एक अधिकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में यहां 68.4 मिमी बारिश हुई है।


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