NEW DELHI. नए संसद भवन में कामकाज शुरू हो गया। संसद की ऐतिहासिक बिल्डिंग में सबसे पहले महिला आरक्षण बिल कैबिनेट से पास हुआ। ये बिल 27 सालों से पेंडिंग था। विधेयक को लोकसभा में पेश किया गया, जहां ये 2 तिहाई बहुमत के साथ पास हुआ। 454 सांसदों ने पक्ष में वोटिंग की और 2 सांसदों ने विरोध में वोटिंग की। क्या आप जानते हैं कि आपके चुने हुए सांसदों को कितनी सैलरी मिलती है। सैलरी के अलावा उन्हें क्या-क्या सुविधाएं दी जाती हैं। आपको इसी के बारे में बता रहे हैं...
सांसदों की सैलरी
संसद के सदस्यों को वेतन, भत्ते और पेंशन (संशोधन) अधिनियम, 2010 के मुताबिक 50 हजार रुपए सैलरी मिलती है। इसके अलावा उन्हें कई भत्ते दिए जाते हैं। अगर संसद का सत्र चल रहा है तो उन्हें इसमें हिस्सा लेने के लिए दैनिक भत्ता मिलता है। वहीं हर महीने 45 हजार रुपए निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मिलता है।
सड़क, रेल और हवाई यात्रा करने की सुविधा
अगर सांसद सत्र में आने के लिए ट्रेन से यात्रा करता है तो उसे एक्जीक्यूटिव क्लास यानी फर्स्ट क्लास कैटेगरी में एसी पास मिलता है। वहीं हवाई यात्रा करने पर एक चौथाई हवाई किराया मिलता है। अपने वाहन से सड़क मार्ग से यात्रा करने पर सांसदों को 16 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से पैसे मिलते हैं। हर सांसद को अपने परिजन के साथ हर साल 34 सिंगल हवाई यात्रा की सुविधा मिलती है।
सांसदों को मिलती हैं ये भी सुविधाएं
आपके द्वारा चुने गए सांसदों को पेंशन, ऑफिस खर्च, स्टेशनरी और बीमा का पैसा अलग से मिलता है। सांसदों को हर महीने 45 हजार रुपए ऑफिस खर्च के लिए मिलता है। इसमें डाक खर्च और स्टेशनरी के लिए 15 हजार रुपए मिलते हैं। सांसदों की सैलरी या भत्तों पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगता है। ये सबकुछ टैक्स फ्री होता है। कई सुविधाएं और भत्ते सांसदों के परिवार के लिए भी होते हैं।
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प्रधानमंत्री को हर साल मिलती है 20 लाख रुपए सैलरी
भारत के प्रधानमंत्री का वेतन करीब 20 लाख रुपए सालाना होता है। इस हिसाब से पीएम नरेंद्र मोदी को हर महीने की सैलरी करीब 2 लाख रुपए मिलती है। पीएम को बेसिक पे के अलावा सांसद भत्ता, डेली अलाउंस और कई दूसरे भत्ते दिए जाते हैं।